Rajasthan Crime: राजस्थान के भिवाड़ी से फिरौती के लिए अगवा किए गए तीन भाईयों में से दो की दिल्ली में हत्या कर दी गई. जिनके शव कुतुबमीनार मेट्रो स्टेशन के पीछे जंगल से बरामद किए गए हैं. मृतकों के नाम अमन (13) और विपिन (8) है. इनका छोटा भाई शिवा(6) जीवित है, हालांकि उसका भी गला घोट कर हत्या करने का प्रयास किया गया था लेकिन शिवा के बेहोश हो जाने पर हत्यारों ने उसे मरा हुआ समझ कर छोड़ दिया. इस मामले में भिवाड़ी क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों महावीर (30) और मंझा सिंह (28) को गिरफ्तार किया है. 


दोनों से हुई पूछताछ के बाद ही इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ. जिसके बाद भिवाड़ी पुलिस ने दिल्ली के महरौली थाना पुलिस से संपर्क साधा और मंगलवार सुबह कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन के पीछे जंगल से दोनों बच्चों के शवों को बरामद कर लिया.


क्या बोली पुलिस?
पुलिस के मुताबिक भिवाड़ी के सांथलका गांव में मुकुट लेबर कॉलोनी है. जहां ज्ञान सिंह अपनी पत्नी उर्मिला और तीन बेटों अमन, विपिन और शिवा के साथ रहते थे. ज्ञान सिंह और उनकी मां उर्मिला दोनों रेहड़ी पर अलग-अलग सामान बेचते हैं. 15 अक्तूबर की सुबह इनके तीनों बेटे अपनी मां के पास जाने के‌ लिए घर से निकले थे लेकिन मां के पास नहीं पहुंचे.


काफी देर तक कोई खैर खबर न मिलने पर पीड़ित परिजनों ने भिवाड़ी के यूआईटी फेज-3 थाना पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज किया.


8 लाख रुपये की फिरौती के लिए आई कॉल
पुलिस का कहना है कि इस बीच पीड़ित परिजनों के पास एक कॉल आयी, जिसमें बच्चों को छोड़ने की एवज में आठ लाख रुपए मांगे गए. पुलिस को इस संदर्भ में जानकारी दी गयी. भिवाड़ी क्राइम ब्रांच ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से सोमवार को दो आरोपियों महावीर और मंझा सिंह को हिरासत में ले लिया.


आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि तीनों भाइयों को अगवा कर वे दिल्ली ले गए थे और कुतुबमीनार मेट्रो स्टेशन के पीछे जंगल में उनका गला घोंट दिया. इस खुलासे के बाद मंगलवार को ‌भिवाड़ी क्राइम ब्रांच ने दिल्ली पहुंच कर आरोपियों की निशानदेही पर अमन और विपिन की लाश बरामद की.


महरौली पुलिस से मिला 6 साल के शिवा का सुराग
भिवाड़ी पुलिस को 6 साल के शिवा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई क्योंकि आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने तीनों बच्चों का गला घोंट दिया था लेकिन मौके पर शिवा का कोई सुराग नहीं था. महरौली थाना पुलिस भी जंगल में भिवाड़ी पुलिस के साथ मौजूद थी.


जांच में ये बात सामने आई कि 16 अक्टूबर की सुबह महरौली थाने के स्टाफ को अहिंसा स्थल पिकेट के पास 6 साल का एक बच्चा रोते हुए मिला था. वह पिता और अपने नाम के अलावा कुछ नहीं बता पा रहा था. ऐसे में पुलिस ने उसे दिल्ली के लाजपत नगर स्थित चिल्ड्रन होम भिजवा दिया.


नशे में की बच्चों की हत्या
पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं और नशे के आदी हैं. दिल्ली आने के बाद तीनों बच्चे रोने लगे थे जिसके बाद नशे की में धुत महावीर और मंझा सिंह ने उनका गला घोंट दिया था. अमन और विपिन की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि शिवा के बेहोश हो जाने पर आरोपी उसे मरा समझ वहां से भाग कर वापस भिवाड़ी लौट गए थे.


Mumbai Drugs Case: 'आर्यन खान मामले की जांच में कई कमियां थीं', NCB की रिपोर्ट में खुलासा