महाराष्ट्र और पंजाब में समय पर अस्पतालों में एडमिट ना होने की वजह से हो रही कोरोना मरीजों की मौत
देशभर में कोरोना का कहर लगातार जारी है. केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कोरोना से 90 फीसदी मौतें 45 साल से अधिक उम्र के लोगों की हुई है. केंद्र ने शनिवार को राज्यों के आला अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए.
देशभर में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कई राज्यों में दोबारा लॉकडाउन लगाने की स्थिति दोबारा पैदा हो गई है. वहीं, महाराष्ट्र के कई जिलों में फिर से लॉकडाउन लगाया गया है. महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य में आज से नाइट कर्फ्यू लगाने के भी निर्देश दिए हैं. उधर, पंजाब में भी कोरोना तेजी से अपना पैर पसार रहा है. शनिवार को पंजाब में 3,122 नए मामले सामने आए, जबकि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 36,902 मामले सामने आए. कोरोना से लोगों की मौत का सिलसिला भी अभी थमा नहीं है. शनिवार को महाराष्ट्र में 112 लोगों की मौत हुई, जबकि पंजाब में 59 लोगों की मौत हुई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों राज्यों के अस्पतालों में बेड्स की भी कमी देखी जा रही है. यही वजह है कि कोविड-19 के मरीजों को देर से एडमिट किया जा रहा है. देर से एडमिट करने की वजह से ही अधिकतर लोगों की जाने जा रही हैं. वहीं, शनिवार को यूनियन हेल्थ सेक्रेटरी राजेश भूषण ने स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी सहित कई बड़े अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. मीटिंग के दौरान केंद्र ने कहा कि 90 फीसदी मौतें 45 साल से अधिक उम्र के कोरोना मरीजों की हुई है.
केंद्र ने राज्यों को दिए जरूरी निर्देश
पंजाब में कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. केंद्र के साथ बैठ के दौरान स्टेट हेल्थ सेक्रेटरी ने बताया कि कोरोना संक्रमित लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी तबीयत और बिगड़ रही है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को कोरोना संक्रमण के नियंत्रण को लेकर जरूरी निर्देश दिए हैं. केंद्र ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर राज्य सरकारें लॉकडाउन लगा सकती हैं. वहीं, केंद्र ने राज्यों से मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने को कहा है. केंद्र ने राज्यों से अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं.
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