नई दिल्ली: दिल्ली में नगर निगम की एक शिक्षिका की कोरोना से मौत की पुष्टि हुई है. उनकी मौत से ठीक एक दिन पहले उनके पति की भी मौत हो गई थी. 45 साल की यह महिला उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांट्रैक्ट टीचर थीं. 22 अप्रैल को तबियत खराब होने से ठीक पहले वो उत्तर पूर्वी दिल्ली में बुराड़ी के पास एक स्कूल में राशन वितरण की ड्यूटी पर थीं. 4 मई को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. पेशे से डॉक्टर उनके पति की मौत 3 मई को उसी अस्पताल में हो चुकी है. अब मृत शिक्षिका के परिवार के लिए एक करोड़ मुआवजा की मांग की जा रही है.


इस मामले में बेहद गंभीर बात यह है कि 22 अप्रैल से लेकर 4 मई के दौरान वह बैकली अस्पलात में रहीं लेकिन उनका कोरोना टेस्ट उनकी मौत के बाद हुआ. जब रिपोर्ट आई तो वह पॉजिटिव पाई गईं.


इस पूरे वाकये पर उनके बड़े बेटे ने बताया, "22 अप्रैल की रात मां की तबियत खराब हुई. उल्टी और दस्त के बाद उन्हें जीबी पन्त अस्पताल में भर्ती किया गया. 2 मई को उन्हें आरएमएल ले जाया गया. जहां दो दिन बाद उनकी मौत हो गई." मृतक शिक्षिका के बेटे ने आगे बताया, "2 मई की रात को घर में पिताजी की तबियत भी खराब हो गई. उन्हें भी राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए लेकिन 3 मई को ही उनकी मौत हो गई".


बेटे ने आगे कहा कि उनके माता-पिता की मौत के बाद कोरोना टेस्ट किया गया जिसके रिपोर्ट पॉजिटिव आए. उनके बेटे के मुताबिक उनके पिता निजी प्रैक्टिस करते थे लेकिन लॉकडाउन के दौरान उनका क्लिनिक बन्द था, इसलिए वो घर से बाहर नहीं निकले थे. बेटे ने आशंका जताई कि  राशन वितरण की ड्यूटी के दौरान मां को संक्रमण हुआ और उसी के चपेट में पिता भी आए.


दंपति की मौत के बाद उनके दो बच्चे बचे हैं. दर्द बयान करते हुए उनके बड़े बेटे ने बताया कि 3 मई को छोटे भाई का सत्रहवां जन्मदिन था जिसके अगले दिन पिता और फिर उसके अगले दिन मां की मौत हो गई. अब दोनों भाईयों का भी कोरोना टेस्ट करवाया गया है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है.


मृतक दंपत्ति के बड़े बेटे ने कहा कि फिलहाल वह दोनों भाईयों के भविष्य के बारे में सोच भी नहीं पा रहे. वहीं उत्तरी दिल्ली नगर निगम शिक्षक संघ के महासचिव ने मांग की है कि कोरोना संक्रमित दिवंगत शिक्षिका के परिवार को सरकार एक करोड़ का मुआवजा दे ताकि परिवार की देख भाल हो सके. वहीं नगर निगम ने शिक्षिका और उनके पति की कोरोना से मौत पर बयान जारी कर कहा है कि पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. निगम ने बताया है कि दोनों की मौत के बाद 4 मई को कोरोना जांच की गई जिसकी रिपोर्ट 5 मई को आई.