उन्नाव रेप पीड़िता की मौत, पिता ने कहा- आरोपियों को दौड़ा कर गोली मारी जाए या फांसी दी जाए
इस मामले में सभी पांच आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं. पीड़िता की मौत के बाद अब परिवार आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. एसआईटी जांच भी हो रही है.
नई दिल्ली: गैंगरेप का शिकार हुई उत्तर प्रदेश के उन्नाव की ‘बहादुर बेटी’ की रात 11 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. बेटी की मौत के बाद उसके पिता ने बड़ा बयान दिया है. पीड़िता के पिता ने कहा, आरोपियों का हैदराबाद की तरह एनकाउंटर हो. इन्हें दौड़ा कर गोली मारी जाए या फिर फांसी पर लटका दिया जाए. हमें जान के बदले जान चाहिए. पीड़िता के पिता ने कहा कि मुझे प्रशासन ने बेटी की मौत की खबर नहीं दी. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने हमें भी जान से मारने की धमकी दी है.''
वहीं एबीपी न्यूज से बातचीत में पीड़िता की बहन ने कहा, ''हमारे साथ इंसाफ नहीं हुआ, अभी तक कोई मिलने भी नहीं आया. हम चाहते हैं हमारे साथ इंसाफ हो और मुजरिमो को सजा मिले. पीड़िता की बहन ने कहा जैसे मेरे बहन की जान गई वैसे ही आरोपियों की भी जान जाए. इन लोगों को भी फांसी की सजा हो. इसके अलावा हमें कुछ नहीं चाहिए.''
जानकारी के मुताबिक पीड़िता के 10 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया जाएगा. कहा जा रहा है पीड़िता के शव को एयरलिफ्ट कर उन्नाव लाया जाएगा.
पुलिस की गिरफ्त में सभी पांच आरोपी पीड़िता की मौत के बाद अब परिवार आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. सभी पांच आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं. एसआईटी जांच भी हो रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने का भरोसा भी दिलाया है.
पुलिस ने दर्ज नहीं की FIR, थाने के चक्कर कटवाए- आरोप
आरोप है कि पीड़िता की शिकायत के बावजूद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की और उसे रोज थाने के चक्कर कटवाए गए. आखिरकार जब पुलिस से इंसाफ नहीं मिला तो पीड़िता ने कोर्ट के जरिए आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया. इसी साल मार्च में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद परिवार को लगातार धमकियां दी जाने लगीं और केस वापस लेने का दबाव बनाया गया. पीड़िता लगातार पुलिस से मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी. आखिरकार वही हुआ जिसका डर था. 5 दिसंबर की सुबह जब इसी केस के सिलसिले में वो रायबरेली कोर्ट जाने के लिए निकली थी तो जेल से छूटे आरोपियों ने उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया.
पीड़िता बार-बार कह रही थी- आरोपियों को मत छोड़ना
जमानत पर रिहा गैंगरेप आरोपियों ने पीड़िता को आग लगाई थी. अस्पताल के अधीक्षक ने बताया था कि पीड़िता लगातार अपने भाई से कह रही है कि आरोपियों को मत छोड़ना. पीड़िता बर्न वॉर्ड में भर्ती थी. डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता लगभग 90-95 फीसदी जल गई थी.
इस मामले में एफआईआर मार्च 2019 में दर्ज हुई थी. मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी 30 नवंबर को जमानत पर रिहा हुआ था और गुरुवार सुबह उसने अपने सहयोगियों के साथ पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की. पुलिस के अनुसार वारदात उन्नाव जिले के बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है.
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