जयपुर: केरल में सात और शव मिलने और राजस्थान में पांच व्यक्तियों की जान जाने के साथ ही पांच बाढ़ प्रभावित राज्यों में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 241 हो गयी. वैसे बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित केरल के कई हिस्सों में पानी घटने लगा है. आंध्रप्रदेश में गुंटूर और कृष्णा जिलों में 4,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया. राज्य में कृष्णा नदी उफान पर है जिससे बाढ़ आ गयी है और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. बाढ़ प्रभावित पश्चिमी महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में मौसम में सुधार हुआ जिससे प्रशासन ने बचाव एवं राहत कार्य तेज कर दिया.


केरल में वर्षा की वजह से हुई घटनाओं में अब तक 111 लोगों, मध्यप्रदेश में 70, महाराष्ट्र में 54, राजस्थान में पांच लोगों और आंध्रप्रदेश में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में जोधपुर, नागौर और पाली के लिए अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.


एक अधिकारी ने बताया कि सेना को चौकस रहने को कहा गया है क्योंकि कोटा, बारन, भीलवाड़ा, झालावाड और बूंदी जिलों में गुरूवार से 160 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गयी है. जिला आपदा, सहयोग और नागरिक सुरक्षा विभाग के सचिव आशुतोष ए टी पेढेणकर ने बताया कि तीन जिलों में वर्षा जनित घटनाओं में पांच लोगों की जान चली गयी.


मौसम विभाग ने इस सप्ताहांत को भारी बारिश को लेकर हिमाचल प्रदेश के कई जिलों के लिए लाल चेतावनी और पूरे राज्य के लिए नारंगी चेतावनी जारी की. शिमला मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि राज्य में 17 और 18 अगस्त को ज्यादातर स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है. उन्होंने कहा कि 17 और 18 अगस्त को मध्यम से भारी वर्षा के चलते खासकर चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति, कांगड़ा, मंडी और शिमला जिलों में रास्ते बाधित हो सकते हैं.


इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हल्की वर्षा से दिल्लीवासियों को उमस से राहत मिली. मौसम विज्ञानी ने शनिवार को आसमान में बादल छाये रहने तथा हल्की से भारी बारिश होने , गरज के साथ बौछारे पड़ने एवं तेज बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.


आंध्रप्रदेशम में विजयवाड़ा में कृष्णा नदी पर प्रकाशम बैराज पर दूसरी चेतावनी जारी की गयी है. बैराज में सात लाख क्यूसेक से अधिक पानी है. डोवालेश्वरम के सर आर्थर कॉटन बैराज से सात लाख क्यूसेक से अधिक पानी प्रवाहित होने के कारण गोदावरी नदी में शुक्रवार को फिर उफान आ गया.


केरल में वर्षा से थोड़ी राहत मिली। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि 31लोग अब भी लापता है और 1.47 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में हैं. महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों में बाढ़ के दौरान सात लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. जनजीवन सामान्य होने लगा है क्योंकि कृष्णा और पंचगंगा नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.