केरल में संक्रमितों के संपर्कों का पता लगाने और कोविड जांच में आयी गिरावट: केंद्रीय दल
केरल गए एक केंद्रीय दल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि राज्य में कोविड-19 मरीजों के संपर्क में आने वालों का पता लगाने की प्रक्रिया धीमी हो गई है.
नई दिल्ली: केरल गए एक केंद्रीय दल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में कोविड-19 मरीजों के संपर्क में आने वालों का पता लगाने की प्रक्रिया धीमी हो गई है. घरों में पृथक-वास संबंधी दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. साथ ही संक्रमण का पता लगाने वाली जांच में भी कमी देखने को मिली है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में बताया गया है कि लोग कोविड उपयुक्त आचरण को लेकर अधिक बेपरवाह होते जा रहे हैं और दल ने टीकाकरण बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डा. सुजीत सिंह, पूर्व डीडीजी पी रवींद्रन, केंद्र के सलाहकार (पीएच) डॉँ एस के जैन इस दल का हिस्सा था. इसके अलावा, एनसीडीसी की कोझिकोड शाखा के अतिरिक्त निदेशक डॉ. के रेगु, एनसीडीसी के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रणय वर्मा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्रीय कार्यालय की जनस्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ.रुचि जैन भी हिस्सा बने.
केरल में बुधवार 22,414 लोग कोरोना से संक्रमित हुए
केरल में कोरोना के नए माममों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शाम के करीब छह बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार 22,414 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और इतने ही समय में 108 मरीजों की मौत हुई है. इस समय राज्य में 1,76,048 मरीजों का इलाज चल रहा है. अब तक 34,71,5563 लोग संक्रमित हुए हैं और इनमें से 32,77,788 मरीज संक्रमण से उबरे हैं.
लॉकडाउन पाबंदियों में ढील देने की हुई घोषणा
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केरल सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के मद्देनजर लागू की गईं लॉकडाउन पाबंदियों में ढील देने की बुधवार को घोषणा की. सरकार लंबे लॉकडाउन के कारण पिछले कुछ समय से विपक्षी दलों और कारोबारियों की ओर से आलोचना का सामना कर रही थी.
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