Maharashtra Politics: 'बाला साहब के शिवसैनिक हैं शिंदे साहब', दीपक केसरकर बोले- समय के साथ भरेंगे घाव, हम फिर आएंगे साथ
Maharashtra Politics: जब बीजेपी शिवसेना एक साथ थे तब महाराट्र की जनता ने हमें वोट किया था. समय के साथ हमारे घाव भरेंगे और फिर हम एकसाथ आएंगे.
Maharashtra Politics: शिवसेना शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, कल हमने कहा था कि अब हमारी पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ कोई कुछ भी नहीं बोलेगा. बीजेपी नेता किरीट सोमैय्या ने जो कुछ भी बोला था उसको लेकर हमने उनसे बात की है. जिसके बाद किरीट सोमैया ने बताया कि अब वो उद्धव ठाकरे के बारे में कुछ भी नहीं बोलेंगे. अधिकतर बीजेपी के नेताओं ने कहा कि जो भी नारायण राणे ने बोला है ये उनका व्यक्तिगत मामला है और आदित्य पर जब-जब सवाल उठाए गए हम सब ने विरोध किया.
केसरकर ने कहा,'' मैं उद्धव ठाकरे के विषय में कुछ भी नहीं बोलूंगा लेकिन स्पष्टीकरण जरूर दूंगा. जब बीजेपी शिवसेना एक साथ थे तब महाराट्र की जनता ने हमें वोट किया था. समय के साथ हमारे घाव भरेंगे और फिर हम एकसाथ आएंगे. शिंदे साहब भी बाला साहेब के शिवसैनक हैं. एक शिवसैनिक से ज्यादा NCP और कांग्रेस को क्या लगेगा इसलिए उद्धव साहब सीएम बने.''
दीपक केसरकर ने संजय राउत पर तंज सकते हुए कहा, ''संजय राउत कहने को तो शिवसेना के प्रवक्ता हैं लेकिन वो दिल से NCP के हैं. भावना गवली को निकाल दिया वो पहली महिला सांसद हैं.''
केसरकर ने सभी आरोपों को झूठा बताया
केसरकर ने बताया कि हमारे सांसदों का भी यही विचार है कि NCP कांग्रेस के साथ काम नहीं करना चाहती है. उन्होंने कहा कि, शिंदे साहब शिवसेना तोड़ने के लिए सत्ता में नहीं आए हैं. हम लोगों पर ये झूठा आरोप भी लगाया गया है कि हम उद्धव ठाकरे की बीमारी के बहाने से शिंदे गुट में शामिल हुए यह आरोप पूरी तरह से झूठा और बेबुनियाद है. केवल लोगों को भड़काने का काम है. हमने किसी को भी उनकी बीमार स्थिति में काम न करने की शिकायत नहीं की थी.
संजय राउत पर बोला हमला
संजय राउत को लेकर केसरकर ने कहा कि वो बहुत बोलते हैं लेकिन हम अब उनके सभी बयानों का जवाब नहीं देंगे. केसरकर ने कहा अगर हम संजय राउत के सभी बयानों पर जवाब देंगे तो हम भी उनके जैसे ही बन जायेंगे. आपको बता दें कि इसके एक दिन पहले शिवसेना के बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा था कि महाराष्ट्र में बागी शिवसेना विधायक बीजेपी के साथ मिल गये हैं और यदि सुलह की कोई संभावना है तो पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बीजेपी से बात करनी चाहिए. वहीं ठाणे के बाद नवी मुंबई में शिवसेना के 32 पार्षदों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दे दिया है.
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