India Defence Manufacturing: भारत के मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद इसकी जानकारी दी है. राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (5 जुलाई) को ऐलान किया कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर में 16.8 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. ये महत्वपूर्ण इजाफा देश के डिफेंस प्रोडक्शन वैल्यू में अब तक के सबसे अधिक इजाफे को दिखाता है. इस साल डिफेंस प्रोडक्शन का कुल मूल्य 1.26 लाख करोड़ तक पहुंच गया है. 


रक्षा मंत्री राजनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मेक इन इंडिया प्रोग्राम साल दर साल नए मील के पत्थर पार कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2023-24 में डिफेंस प्रोडक्शन के मूल्य में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है. 2023-24 में प्रोडक्शन का मूल्य 1,26,887 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष के प्रोडक्शन मूल्य से 16.8 फीसदी ज्यादा है." ये दिखाता है कि भारत में ज्यादा से ज्यादा हथियारों का प्रोडक्शन किया जा रहा है. 


भारत को ग्लोबल डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग हब बनाने की तैयारी


राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) और प्राइवेट सेक्टर को बधाई दी. उन्होंने कहा, "डीपीएसयू, रक्षा सामग्री बनाने वाले अन्य पीएसयू और प्राइवेट सेक्टर सहित हमारी डिफेंस इंडस्ट्री को बहुत-बहुत बधाई. सरकार भारत को अग्रणी ग्लोबल डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने के लिए ज्यादा अनुकूल व्यवस्था बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है."


भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट भी बढ़ा


दरअसल, केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये के डिफेंस एक्सपोर्ट सहित 1,75,000 करोड़ रुपये की स्वदेशी डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग हासिल करने का टारगेट रखा है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि कई ग्लोबल कंपनियों ने भारत के साथ डिफेंस और एयरोस्पेस जानकारी को साझा करने में दिलचस्पी दिखाई है. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस करने के लिए कई सुधार भी किए गए हैं. वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत ने 21 हजार करोड़ रुपये का डिफेंस एक्सपोर्ट भी किया है, जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष से 32.5 फीसदी इजाफा हुआ है.


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