लखनऊ: इस बार डिफेंस एक्सपो में उत्तर प्रदेश की उन छोटी कंपनियों ने हिस्सा लिया है जो बहुत बड़े फाइटर जेट या तोप टैंक तो नहीं बनाती लेकिन डिजिटल टेक्नोलॉजी के जरिए देश के सुरक्षाबलों के हथियारों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रही हैं.‌ कानपुर की एक‌ ऐसी ही कंपनी है जिसने सुरक्षाबलों के हथियारों को सुरक्षित रखने के लिए एक 'स्मार्ट-आरमरी' तैयार की है.


अक्सर सुनने में आता है कि पुलिस थाने या फिर सेना की कोत से राइफल गायब हो गई है. कोत दरअसल हथियार रखने की जगह होती है जहां पर सैनिक अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद हथियारों को जमा करा देते हैं. ड्यूटी शुरू होने पर फिर उसी कोत यानी आरमरी से रजिस्टर पर एंट्री कर अपनी पिस्टल या फिर राइफल ले जाते हैं.


लेकिन डिफेंस एक्सपो में 'हंस एनर्जी' नाम की कंपनी ने हिस्सा लिया है जिसने एक स्मार्ट-आरमरी तैयार की है‌. कंपनी के युवा-मालिक गौरव पिलानिया ने एबीपी न्यूज को बताया कि इस स्मार्ट आरमरी से वही हथियार निकाला जा सकता है जो उस सैनिक को निर्धारित किया गया है. वो किसी और हथियार को कोत से बाहर नहीं निकाल पाएंगे.


फिंगरप्रिंट से खुलेगा डिजिटल आरमरी


गौरव के मुताबिक, स्मार्ट आरमरी में राइफल और पिस्टल को एक ऐसे खास खांचें में रखा जाता है जो सैनिक की फिंगरप्रिंट से ही खुलता है. कोई दूसरा शख्स उस हथियार को नहीं निकाल सकता. कंप्यूटर या फिर लैपटॉप से जुड़े होने के कारण उस सैनिक का डाटा वहां खुद से अपडेट हो जाता है. उसे किसी रजिस्टर इत्यादि पर कुछ लिखने-पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


चिप वाली गन बना चुकी है कंपनी 


आपको बता दें कि कुछ समय पहले हंस एनर्जी ने एक ऐसी गन तैयार की थी जिसमें एक डिजिटल जीपीएस चिप लगी होती थी जिससे उस गन की लोकेशन का पता लगाया जा सकता था. ऐसा इसलिए किया गया था कि कश्मीर या फिर किसी दूसरे संवदेनशील इलाके में आतंकी अगर किसी जवान की गन या कोई दूसरा हथियार लेकर भाग खड़ा हो तो उसे ट्रैक किया जा सके. हाल ही में खबरें आई थी कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस तरह की गन का ऑर्डर किया है.


'हंस एनर्जी' का स्टैंड डिफेंस एक्सपो के यूपी पवैलियन में है. इस साल डिफेंस एक्सपो लखनऊ में कराने का मकसद ये भी है क्योंकि देश के दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कोरिडोर में से एक यूपी में है (दूसरा तमिलनाडु में है). यूपी सरकार की कोशिश है कि देश-विदेश की छोटी बड़ी कंपनियां को डिफेंस कोरिडोर में स्थापित किया जा सके. इससे देश की ताकत तो बढ़ेगी ही साथ ही उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.


यही वजह है कि कानपुर की जानी मानी कंपनी 'लोहिया' अब डिफेंस‌ एंड एयरो स्पेस के क्षेत्र में कूद गई है और इजरायल की एक कम्पोजिट बनाने वाली कंपनी को खरीद लिया है. 'लोहिया' कंपनी ने अब यूपी के इंडिस्ट्रयिल कोरिडोर में अपना प्लांट शुरू कर दिया है.


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