नई दिल्ली: डोकलाम में चीन की गतिविधियों पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि हम हर स्थिति का सामना करने के लिए सतर्क और तैयार हैं. शौर्य दिवस के मौके पर उत्तराखंड के देहरादून पहुंचीं सीतारमण ने कहा, ''भारतीय सेना डोकलाम में किसी भी औचक स्थिति का सामना करने के लिए सतर्क और तैयार है. सेना का मॉर्डेनाइजेशन करने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं. भारत अपने इलाके की संप्रभुता का पूरा ख्याल रख रहा है.''


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पिछले दिनों चीन में भारत के राजदूत गौतम बंबावले ने कहा था कि भारतीय सीमा पर यथास्थिति में बदलाव करने के चीन के किसी भी प्रयास से एक और डोकलाम जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. उन्होंने साथ ही कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बातचीत करनी होगी.


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बंबावले ने कहा, "भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए, कुछ खास क्षेत्र हैं जोकि बेहद संवेदनशील हैं और हमें यहां यथास्थिति नहीं बदलनी चाहिए. अगर कोई यथास्थिति बदलता है तो, इससे जो डोकलाम में हुआ था, वैसी ही स्थिति पैदा हो जाएगी."


भारत और चीन की सेनाएं पिछले साल भारत के पूर्वी सीमा में स्थित डोकलाम में 73 दिनों तक एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था. ऐसी खबरें आती रही है कि चीनी सेना डोकलाम के पास सड़कें और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर चुका है.


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दिसंबर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात के दौरान जोर देकर कहा था कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के लिए भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखना जरूरी है।