Rajnath Singh Addresses Troops in Imphal: रक्षा मंत्री (Defense Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का मणिपुर (Manipur) के दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज उन्होंने असम राइफल्स (Assam Rifles) और 57 माउंटेन डिवीजन (57 Mountain Division) के जवानों के बीच जाकर उनमें जोश भरा. इस मौके पर रक्षा मंत्री भावुक नजर आए. उन्होंने जवानों से कहा, ''इसलिए आपके प्रोफेशन को मैं प्रोफेशन ही नहीं, मोर देन प्रोफेशन समझता हूं. मोर देन सर्विस समझता हूं.'' दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मणिपुर की राजधानी इंफाल में असम राइफल्स और 57 माउंटेन डिवीजन के अधिकारियों और जवानों के बीच पहुंचे थे.
जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ''कुछ लोगों से मिलने के बाद मन को बड़ी शांति और संतुष्टि का अनुभव होता है. अलग-अलग प्रकार के लोगों से मिलने पर अलग-अलग अनुभव होता है लेकिन जब मैं हमारे सशस्त्र बलों के जवानों और अधिकारियों से मिलता हूं तो मुझे एक साथ खुशी, गर्व और शांति का अनुभव होता है.'' उन्होंने कहा, ''देश की सेवा में तो किसी न किसी प्रकार से अपना योगदान हर कोई देता है. जो त्याग, बलिदान और अपना समस्त न्योछावर कर देने की जो भावना हमारे जवानों में रहती है, वह अन्यत्र बहुत कम दिखाई देती है. इसलिए आपके profession को मैं profession ही नहीं, ‘More than profession’ समझता हूं. ‘More than Service’ मानता हूं.''
रक्षा मंत्री ने असम राइफल्स और 57 माउंटेन डिवीजन के कामों को ऐसे किया याद
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, ''अपना देश तो अपना देश, हमारी फ्रेंडली फॉरेन कंट्रीज भी अपनी सुरक्षा और समृद्धि के लिए आप पर बहुत भरोसा करती हैं और जिसके पास भरोसे की दौलत है, क्रेडिबिलिटी की दौलत है, उससे धनवान दुनिया में और कोई नहीं है साथियों. 57 माउंटेन डिवीजन के बारे में तो यह बात और भी रेलिवेंट है.'' रक्षा मंत्री ने कहा, ''श्रीलंका जैसे देश में भी आपने शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है. 1971 के युद्ध, जिसमें विजय की हमने हाल ही में गोल्डन जुबली मनाई है, में भी इस डिवीजन की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही थी. इसी तरह असम राइफल्स, जिसे भारत की सबसे पुरानी पैरामिलिट्री फोर्स होने का गौरव प्राप्त है. म्यामार से लगी सीमा की सुरक्षा, और इस इलाके के अनेक लोगों को मेन स्ट्रीम से जोड़ने में असम राइफल्स का अतुलनीय योगदान है.''
डूरंड कप का किया उद्घाटन
बता दें कि इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को इंफाल के खुमान लम्पक स्टेडियम में 131वें डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट के मणिपुर चरण का उद्घाटन किया. एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप कोलकाता, इंफाल और गुवाहाटी के कई स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है. मणिपुर डूरंड कप के ग्रुप सी के 10 मैचों की मेजबानी कर रहा है. रक्षामंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है पूर्वोत्तर के लिए बहुत गर्व की बात है.
रक्षा मंत्री बोले- एक खिलाड़ी में एक सैनिक...
रक्षा मंत्री ने कहा कि एक खिलाड़ी में एक सैनिक होता है और एक सैनिक में एक खिलाड़ी होता है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा यह भी मानना है कि खेल भावना राजनेताओं में भी होनी चाहिए.’’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘भारत पिछले छह-सात वर्षों में खेल प्रतियोगिताओं में नई ऊंचाइयां हासिल करने में सक्षम रहा है, चाहे वह ओलंपिक हो, एशियाई खेल या राष्ट्रमंडल खेल हों और देश की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है.’’ इसी के साथ रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले सारा ध्यान क्रिकेट पर होता था लेकिन आज उन खेलों पर ध्यान दिया जाता है जो कम लोकप्रिय हैं.
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