‘मीडिया, एनजीओ और कानून प्रणाली का देश के दुश्मन कर सकते हैं गलत इस्तेमाल’, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जाहिर की चिंता
Rajnath Singh On Freedom Of Media: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अभिव्यक्ति की आजादी का देश के दुश्मन गलत फायदा उठा सकते हैं. उन्होंने मीडिया, एनजीओ और कानून प्रणाली को लेकर पर भी बात की.
Rajnath Singh In Gujarat: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने मीडिया, एनजीओ (NGO) और कानून प्रणाली को लेकर चिंता जाहिर की है. गुजरात (Gujarat) के गांधी नगर में कहा कि देश की सुरक्षा को खत्म करने वाली विरोधी ताकतें मीडिया (Media), सोशल मीडिया, एनजीओ और कानून प्रणाली को दुरुपयोग कर सकती हैं. उन्होंने ये भी कहा कि ये सभी स्वतंत्र संस्थाएं हैं और देश के दुश्मन इसका दुरुपयोग करने से पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि इनकी स्वतंत्रता खराब नहीं है लेकिन इसका दुरुपयोग भी किया जा सकता है.
उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि ये सोच होती है कि सोशल मीडिया स्वतंत्र है तो उसके जरिये दुष्प्रचार कैसे किया जाए. सोशल मीडिया का स्वतंत्र होना कोई बुरी बात नहीं है, स्वतंत्र होना चाहिए, मीडिया भी स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन देखिए मीडिया स्वतंत्र है तो इसका दुरुपयोग कैसे होता है? कैसे मीडिया के अंदर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर खतरों और विभाजनकारी बातों को जगह दी जाती है और उससे प्रचार पाने की कोशिश की जाती है.
उन्होंने कहा कि यदि एनजीओ की स्वतंत्रता है, तो देश विरोधी ताकतों की ये मानसिकता होती है कि कैसे इन एनजीओ का इस्तेमाल किया जाए ताकि देश की पूरी प्रणाली को ही पैरालाइज कर सकें. यदि न्यायपालिका स्वतंत्र है तो कानूनी ढंग और कानूनी पेंचों के जरिए कैसे विकास के कार्यों को रोका जाए, ये कोशिश होती है. साथ ही यह भी कि यदि किसी देश में गतिशील लोकतंत्र है तो कैसे राजनीतिक पार्टियों में घुसपैठ करके उसकी सुरक्षा पर प्रहार किया जाए.
भीमा कोरगांव का दिया उदाहरण
रक्षा मंत्री ने कहा कि ये सब सिर्फ कल्पना नहीं है, बल्कि रणनीतिकारों के बयान हैं और कुछ देशों के सुरक्षा दस्तावेजों में विस्तृत रूप से वर्णित हैं. उन्होंने कुछ खबरों का उदाहरण दिया जिनमें कहा गया था कि भीमा कोरेगांव (2018 में महाराष्ट्र के पुणे जिले में) में हिंसा मामले में 50 प्रतिशत ट्वीट पाकिस्तान से किए गए थे.
रक्षा मंत्री सिंह गुजरात में गांधीनगर जिले के लवड गांव स्थित राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राज्य एजेंसियों के एकीकृत तरीके से काम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया. सिंह ने कहा कि बदलते समय के साथ सुरक्षा संबंधी आयामों में व्यापक बदलाव आया है.
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