Rajnath Singh Malaysia Tour: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार (9 जुलाई) को अपनी तीन दिवसीय यात्रा के तहत मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचे. उनके इस दौरे का उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा और सामरिक संबंधों को और मजबूत करना है. वह मलेशिया के अपने समकक्ष दातो सेरी मोहम्मद हसन के साथ कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिसमें साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करना शामिल है.


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मलेशिया के प्रधानमंत्री सी वाईबी दातो सेरी अनवर बिन-इब्राहिम के साथ मुलाकात करेंगे. मलेशिया पहुंचने पर रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ''सुंदर शहर कुआलालंपुर में आकर खुशी हुई. मैं मलेशिया के राजनीतिक नेतृत्व के साथ वार्ता, द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने और रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने को लेकर उत्सुक हूं.'' 






कैसे हैं भारत और मलेशिया के संबंध?


रक्षा मंत्रालय ने 8 जुलाई को एक बयान में कहा था, ''भारत और मलेशिया दोनों देशों का पूरे क्षेत्र की शांति और समृद्धि में साझा हित है. दोनों लोकतंत्रों के बीच एक मजबूत और बहुआयामी संबंध है, जो रक्षा और सुरक्षा सहित कई रणनीति क्षेत्रों तक विस्तृत है. दोनों देश, 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान स्थापित उन्नत सामरिक साझेदारी के दृष्टिकोण के अनुसार काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.''


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विदेश मंत्रालय की एक घोषणा के अनुसार भारत और मलेशिया के बीच गहरे और मधुर संबंध हैं. अप्रैल में भारत और मलेशिया भारतीय रुपये में व्यापार करने पर सहमत हुए थे. यह घोषणा भारतीय व्यापार को यूक्रेन संकट के प्रभाव से बचाने के लिए चल रहे आधिकारिक प्रयासों की पृष्ठभूमि में आई थी.


विदेश राज्य मंत्री ने की थी मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री से मुलाकात


इससे पहले इस जून में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री वी शिवकुमार से मुलाकात की थी. उस दौरान दोनों मलेशिया में भारतीय श्रमिकों के लिए सभी क्षेत्रों को खोलने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर सहमत हुए थे.


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