हिजाब बैन पर कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसला का स्वागत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ तौर से कहा कि महिलाओं पर किसी भी तरह की पांबदी नहीं होनी चाहिए. रक्षा मंत्री ने कहा सभी धर्मों को स्कूल-कॉलेज की यूनिफार्म का पालन करना चाहिए.
मंगलवार को फिक्की-लेडीज ऑर्गेनाईजेशन (फिक्की-एफएलओ) की महिलाओं को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जहां महिलाओं का सम्मान नहीं होता उस समाज या देश का विकास नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने साफ तौर से कहा कि हमारे देश की किसी भी क्षेत्र या धर्म की हों हमारी बेटियों पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्कूल के ड्रेस कोड का सभी धर्मों और मजहब को पालन करना चाहिए.
वैदिक काल से लेकर मौजूदा समय तक समाज और देश की प्रगति में महिलाओं के योगदान की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आज महिलाएं सेना की हर विंग में ना केवल काम कर रही है बल्कि उन्हें स्थायी कमीशन तक दे दिया गया है. एनडीए परीक्षा में 2 लाख लड़कियों के हिस्सा लेने का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले समय में सेना में महिलाओं का योगदान बढ़ता रहेगा.
'भारत की जीडीपी 27 प्रतिशत तक बढ़ सकती है'
अर्थव्यवस्था में महिलाओं के भागीदारी पर बात करते हुए रक्षा मंत्री ने वर्ष 2015 में आईएमएफ की पूर्व चैयरपर्सन के हवाले से कहा कि अगर भारत में महिलाओं का वर्क फोर्स पुरुषों के बराबर हो जाए तो भारत की जीडीपी 27 प्रतिशत तक बढ़ सकती है. हालांकि उन्होंने खुद इस आंकड़े पर हैरानी जताई. लेकिन फिक्की ऑडिटोरियम में मौजूद सभी महिलाओं ने एक सुर में कहा कि वे ऐसा करके दिखाएंगी.
इस मौके पर रक्षा मंत्री ने स्वर-कोकिला लता मंगेशकर को मरणोपरांत सम्मानित किया. लता मंगेशकर की छोटी बहन उषा मंगेशकर ने ये अवार्ड ग्रहण किया. ये अवार्ड फिक्की-एफएलओ की तरफ से दिया गया था.
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