SCO Meet: एससीओ समिट में शामिल होने के लिए ताशकंद पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारत के लिए अहम है ये मीटिंग
Rajnath Singh In Tashkent: रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ताशकंद की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री उज्बेकिस्तान गणराज्य के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बखोदिर कुर्बानोव से मुलाकात करेंगे.
Shanghai Cooperation Organisation Meet: रक्षा मंत्री (Defence Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) तीन दिवसीय दौरे पर उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) की राजधानी ताशकंद (Tashkent) पहुंच गए हैं. यहां वो शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्री स्तर के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन में चीन (China) के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे और रूस (Russia) के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के भी हिस्सा लेने की उम्मीद की जा रही है.
राजनाथ सिंह ने सोमवार को एक ट्वीट करते हुए कहा कि कल 23 अगस्त को ताशकंद में होने वाली एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए उज्बेकिस्तान में रहूंगा. मैं उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल निजामोविच के साथ द्विपक्षीय बैठक करूंगा और भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूंगा. इसे लेकर उत्साहित हूं. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि राजनाथ सिंह चीन के रक्षा मंत्री के साथ मुलाकात करेंगे या नहीं.
Defence Minister Rajnath Singh reached Tashkent in Uzbekistan to attend the SCO Defence Ministers’ Meeting and also hold bilateral meetings with Uzbekistan’s Defence Minister, Lieutenant General Bakhodir Kurbanov. pic.twitter.com/glvzTSfLcD
— ANI (@ANI) August 23, 2022
बैठक को संबोधित करेंगे राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 24 अगस्त को होने वाली एससीओ बैठक को संबोधित भी करेंगे. रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ताशकंद की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री उज्बेकिस्तान गणराज्य के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बखोदिर कुर्बानोव से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा, इस बैठक के इतर उनकी एससीओ के कुछ अन्य सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ बैठकें निर्धारित हैं.
क्या है एससीओ बैठक
एससीओ (SCO) एक प्रभावशाली आर्थिक (Economic) और सुरक्षा (Security) समूह है और ये सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है. साल 2017 में भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) इसके स्थाई सदस्य बने. एससीओ की स्थापना साल 2001 में शंघाई (Shanghai) में रूस (Russia), चीन (China), किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने एक शिखर सम्मेलन में की थी. भारत ने एससीओ और इसके क्षेत्रीय आतंकवाद-रोधी (RATS) ढांचे के साथ अपने सुरक्षा संबंधी सहयोग को मजबूत करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है.
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