नई दिल्ली: सीमा पर चीन से तनातनी के बीच भारत, रूस से 21 नए मिग-29 विमान खरीदेगा. केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक में इसका फैसला हुआ है. इसके साथ ही 12 सुखोई लड़ाकू विमान भी खरीदे जाएंगे. कुल 38900 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है.


अधिकारियों ने बताया कि 21 मिग-29 लड़ाकू विमानों और मिग-29 के मौजूदा बेड़े को उन्नत बनाने पर अनुमानित तौर पर 7,418 करोड़ रुपये खर्च होंगे. जबकि, हिन्दुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड से 12 नए एसयू-30 एमकेआई विमान की खरीद पर 10730 करोड़ रुपये की लागत आएगी.


डीएसी ने नौसेना और वायुसेना के लिए 1000 किलोमीटर रेंज की मारक क्षमता वाले ‘लैंड अटैक क्रूज मिसाइल सिस्टम’ और अस्त्र मिसाइलों की खरीद को भी मंजूरी दी है. अधिकारियों ने बताया कि इस रूपरेखा और विकास प्रस्तावों की लागत 20,400 करोड़ रुपये है.


रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पिनाका मिसाइल सिस्टम से भी मारक क्षमता बढ़ेगी. इसके साथ ही एक हजार किलोमीटर लंबी दूरी की मारक क्षमता वाले मिसाइल सिस्टम से नौसेना और वायुसेना की मारक क्षमता में कई गुणा बढ़ोतरी होगी.’’


इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, अस्त्र मिसाइलों को बेड़े में शामिल करने से बल की ताकत में और इजाफा होगा. इससे भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी.’’


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