Defence News: क्या है MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की खासियत? जानें भारत के लिए कितना अहम है ये अमेरिकी हथियार
Predator Drones: अमेरिका से इस सौदे के तहत 30 ड्रोन की खरीदने की बात हो रही है. एमक्यू-9बी ड्रोन (MQ-9B Drone) भी MQ-9 रीपर का ही एक वेरिएंट है. चीन के साथ लगती सीमा पर ये बेहतर निगरानी में सक्षम है.
MQ-9B Predator Drones: भारत के दुश्मनों की नींद अब और हराम हो जाएगी. भारत अमेरिका से एमक्यू-9बी ड्रोन (MQ-9B Predator Drones) की खरीद करने जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस खतरनाक प्रीडेटर ड्रोन को लेकर अमेरिका (America) के साथ बातचीत फाइनल स्टेज में है. लंबे वक्त तक हवा में रहने की क्षमता से लैस इस ड्रोन को तीनों सेनाओं के लिए खरीदने की योजना है. भारतीय सेना (Indian Army) में इस ड्रोन के शामिल होने के बाद ना सिर्फ एलएसी (LAC) पर बल्कि हिंद महासागर में भी भारत की ताकत बढ़ेगी.
अमेरिका से इस सौदे के तहत 30 ड्रोन की खरीदने की बात हो रही है. MQ-9B भी MQ-9 रीपर का ही एक वेरिएंट है. अभी हाल में इसी हथियार का इस्तेमाल करके अमेरिका ने अल-कायदा प्रमुख अल-जवाहिरी पर हेलफायर मिसाइल से हमला किया था और उसे मार गिराया था.
MQ-9B प्रीडेटर ड्रोन की ताकत और खासियत?
• प्रिडेटर ड्रोन लंबे वक्त तक हवा में रहने में सक्षम
• 35 घंटे तक हवा में रह सकता है
• अधिक ऊंचाई वाले इलाकों की निगरानी के लिए खास तकनीक से लैस
• समुद्री सतर्कता और जमीन पर मौजूद लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम
• खुफिया जानकारी जुटाने और दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद करने की ताकत
• असैन्य हवाई क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने में भी सक्षम
• अमेरिकी रक्षा कंपनी जनरल एटॉमिक्स ने किया है तैयार
भारत के लिए कितना अहम है ये अमेरिकी ड्रोन?
चीन के साथ लगती सीमा (LAC) और हिंद महासागर के पास सतर्कता बढ़ाने में एमक्यू-9बी ड्रोन (MQ-9B Predator Drones) काफी अहम साबित होगा. प्रीडेटर ड्रोन (Predator Drones)को लंबे समय तक हवा में रहने और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों की निगरानी के लिए विशेष तौर से डिजाइन किया गया है. भारतीय सशस्त्र बल पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में चीन (China) के साथ गतिरोध के बाद ऐसे हथियारों की खरीद पर ध्यान फोकस कर रहे हैं. भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में पीएलए युद्धपोतों सहित चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए अपने निगरानी तंत्र को मजबूत कर रही है. तीनों सेनाओं को 10-10 ड्रोन दिए जाने की बात कही जा रही है.
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