Defence News: कश्मीर में आतंक से लड़ने के लिए भारतीय सेना को मिला दमदार वाहन, जानिए इसकी खूबियां
Defence Vehicle: भारतीय सेना की ताकत दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में सेना में एक वाहन को शामिल किया गया है जिसका नाम है मार्क्समैन. ये एक बुलेट और ग्रेनेड प्रूफ वाहन है. जानिए इसकी खूबियां.
Marksman Bullet Proof SUV: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के 'स्वदेशी अपनाओ की नीति' के तहत भारतीय सेना (Indian Army) में एक और स्वदेशी दमदार वाहन शामिल हुआ है. देश की सेना में स्वदेशी ताकत में लगातार इजाफा हो रहा है. अब कश्मीर (Kashmir) में आतंक (Terrorism) का खात्मा करने के लिए सेना में एक दमदार वाहन शामिल किया गया है. नाम है मार्क्समैन (Marksman). नाम जरूर विदेशी लग रहा होगा लेकिन ये वाहन पूर्ण रूप से स्वदेशी है क्योंकि इसे भारतीय कंपनी महिंद्रा (Mahindra) ने बनाया है.
सेना को ये वाहन कश्मीर में आतंकियों से लड़ने में बहुत मदद करने वाला है. ये वाहन बुलेटप्रूफ होने के साथ-साथ ब्लास्ट औऱ स्टूल बुलेट्स का भी असर नहीं होता है. कश्मीर घाटी में सेना बुलेट प्रूफिंग दस्ते को मजबूत कर रही है. ये आधुनिक वाहन आतंकियों के हथगोलों और सीआरपीएफ को कोर गोलियों से बचाएगा. घाटी में विशेष ड्यूटी के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के साथ भारी संख्या में महिंद्रा एलबीपीवी को तैनात किया गया है.
मार्क्समैन की खूबियां
बेहतर सुरक्षा उपायों वाले वाहनों में पैन टिल्ट जूम कैमरों के साथ रनफ्लैट टायर सिस्टम लगा होता है. इस वाहन में 40 फीट की शूटिंग रेंज के अलावा सुरक्षा के सभी उपायों का ध्यान रखा गया है. इसमें 300 मीटर तक की फायरिंग रेंज को कम करने और बढ़ाने में सक्षम एक सॉफ्टवेयर भी रखा गया है. इसे एक जगह से दूसरी जगह पर आसानी से ले जाया जा सकता है. इसमें इलेक्ट्रॉनिक मल्टी-फंक्शन टारगेट और वर्चुअल टारगेट सिस्टम है. इसके अलावा इसमें सीटीएसआर में कंटेनर के बाहर एक-एक कंट्रोल स्टेशन है. फायरिंग पर नजर रखने के लिए शूटर के पास एक मॉनिटरिंग टैब है और कंट्रोल स्टेशन जो शूटर के फायरिंग रिजल्ट को प्रिंट करने में सक्षम है.
एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस है मार्क्समैन
मार्क्समैन (Marksman) पूरी तरह से बुलेटप्रूफ (Bulletproof) और एडवांस टेक्नोलॉजी (Advance Technology) से लैस है. ये वाहन पूरी तरह से आतंकी गतिविधियों (Terrorist Activities) से लड़ने में सक्षम है. इस वाहन में जो कैमरे लगे हैं उससे ऑपरेशन (Operation) के दौरान गाड़ी में बैठकर चारों तरफ बाहर की हरकत पर नजर रखी जा सकती है. इतना ही नहीं इस वाहन को एनकाउंटर साइट (Encounter Sight) के बेहद करीब ले जा सकते हैं. वहीं, जवानों का मानना है कि इस तरह के वाहन मिलने से एंटी मिलिटेंसी ऑपरेशन में आतंकियों का सफाया करने में आसानी हो जाती है.
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