Defence News: जमीन, आकाश और समंदर के नीचे दुश्मनों को तबाह करने में सक्षम, जानिए INS सतपुड़ा की ताकत
INS Satpura: आईएनएस सतपुड़ा इंडियन नेवी (Indian Navy) में शामिल शिवालिक क्लास का स्टील्थ मल्टी-रोल फ्रिगेट है. तलवार क्लास के वॉरशिप की तुलना में ये एडवांस्ड स्टील्थ फीचर से लैस है.
Indian Warship INS Satpura: भारतीय युद्धपोत आईएनएस सतपुड़ा (INS Satpura) अभी हाल ही में चर्चा में रहा था. इस युद्धपोत ने सितंबर महीने के पहले हफ्ते में ही अपनी फिजी यात्रा का समापन किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये 1 सितंबर को फिजी पहुंचा था. भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ओर से जारी बयान के मुताबिक युद्धपोत की यात्रा का मकसद भारत और फिजी के बीच संबंधों और सहयोग को और मजबूत करना था.
INS सतपुड़ा इंडियन नेवी में शामिल शिवालिक क्लास का स्टील्थ मल्टी-रोल फ्रिगेट है. ये युद्धपोत पहले के तलवार क्लास के वॉरशिप की तुलना में एडवांस्ड स्टील्थ फीचर से लैस है.
दुश्मनों को तबाह करने में सक्षम
INS सतपुड़ा जमीन, नभ और पानी के नीचे दुश्मनों को तलाशने और तबाह करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है. ये वॉरशिप 3 सितंबर को फिजी के सुवा बंदरगाह से दक्षिण प्रशांत महासागर (South Pacific Ocean) के लिए रवाना हुआ. इससे पहले इस युद्धपोत ने इंडियन नेवी द्वारा दुनिया के सभी 6 बसे हुए महाद्वीपों में जहाजों की तैनाती के हिस्से के तौर पर आजादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए नॉर्थ अमेरिकी महाद्वीप पर सैन डिएगो में तिरंगा फहराया था.
INS सतपुड़ा की ताकत और खासियत?
- आईएनएस सतपुड़ा शिवालिक क्लास का युद्धपोत है
- आईएनएस सतपुड़ा भारत में डिजाइन और निर्मित युद्धपोत
- 6,000 टन निर्देशित मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट
- ये युद्धपोत हवा, जमीन और पानी के नीचे दुश्मनों को खोजने और तबाह करने में सक्षम
- युद्धपोत में कंबाइंड डीजल और गैस प्रोपल्शन सिस्टम का इस्तेमाल
- ये युद्धपोत भारतीय के अलावा रूसी और इजरायली वेपन सिस्टम से लैस
- युद्धपोत में 76mm ओटोब्रेडा नेवल गन तैनात है,
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल
- युद्धपोत पर दो HAL ध्रुव या सी किंग एमके .42 बी हेलीकॉप्टर तैनात
- युद्धपोत में 32 सेल वाला वर्टिकल लॉन्च सिस्टम है, जिसमें बराक मिसाइल तैनात
- आधुनिक सेंसर और रडार सिस्टम से लैस
कैसे नाम पड़ा सतपुड़ा?
आईएनएस सतपुड़ा (INS Satpura) स्वदेशी तौर से डियाजन किया गया युद्धपोत (Warship) है. ये मुंबई के मझगांव डॉक्स लिमिटेड (Mazagon Dock Limited) में निर्मित है. इस युद्धपोत को 20 अगस्त 2011 को भारतीय नौसेना (Indian Navy) में कमीशन किया गया था. इसका नाम मध्य भारत में सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला से लिया गया है. ये पोत विशाखापट्टनम स्थित ईस्टर्न बेड़े की अग्रिम पंक्ति का हिस्सा है.
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