नई दिल्लीः गणतंत्र दिवस परेड की तरह ही लखनऊ में शुरू होने वाले डिफेंस एक्सपो में भी एंटी-सैटेलाइट, एसैट मिसाइल, स्वदेशी फाइटर जेट एलसीए तेजस और एलसीएच हेलीकॉप्टर ही मुख्य आकर्षण रहेंगे. 5 फरवरी से शुरू हो रही एशिया की सबसे बड़ी रक्षा-प्रदर्शनी में देश-विदेश की करीब एक हजार कंपनियां हिस्सा ले रही हैं.


डिफेंस एक्सपो में सरकारी संस्था, डीआरडीओ और एचएएल मुख्य कंपनी के तौर पर हिस्सा ले रही हैं और सबसे ज्यादा हथियार, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और दूसरे सैन्य साजो सामान इन दोनों के ही हैं.


रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) की तरफ से पांच सौ टैक्टिकल और स्ट्रेटेजिक हथियारों को प्रदर्शित किया जाएगा.


एंटी-सैटेलाइट मिसाइल भी किया जाएगा प्रदर्शित


डीआरडीओ की तरफ से इस बार एंटी-सैटेलाइट मिसाइल, एसैट, को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया जाएगा. इसके अलावा ब्रह्मोस मिसाइल, अटैग तोप, पिनाका रॉकेट लांचर, अर्जुन टैंक, रूस्तम ड्रोन, सीबीआरएन (कैमिकल बायोलोजिकल, रैडियोलोजिकल और न्युक्लिर) गियर-सूट, लेजर फैंस इत्यादि मुख्य आकर्षण है.


हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड यानि एचएएल की तरफ से पहली बार डिफेंस एक्सपो के टर्मेक पर एलसीए-मार्क2 फाइटर जेट दिखाई पड़ेगा‌. ये लड़ाकू विमान तेजस‌ का एडवांस वर्जन है और फिलहाल एचएएल की बेंगलुरू‌ स्थित फैसेलिटी में बन रहा है.


इसके अलावा फ्लाईंग-डिस्पले में सुखोई, एलसीए-तेजस, लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर (एलसीएच), लाइट यूटीलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) और डोरनियर एयरक्राफ्ट दिखाई देंगे. एलसीएच और एलयूएच अभी तक वायुसेना में शामिल नहीं हुए हैं.


एमबीडीए भी डिफेंस एक्सपो में लेगी हिस्सा


इसके अलावा रफाल फाइटर जेट की मिटयोर और स्कैल्प मिसाइल तैयार करने वाली यूरोपियन कंपनी, एमबीडीए भी डिफेंस एक्सपो में अपनी मिसाइल की प्रदर्शनी करने वाली है.


इस बार के डिफेंस एक्सपो के थीम, 'डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ डिफेंस' के तर्ज पर फ्रांसीसी कंपनी, थेलस भी आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस और डिजिटाईजेशन पर जोर देते हुए लखनऊ पहुंच रही है.


दूसरी बड़ी विदेशी कंपनी और एवियिशन की दुनिया में बड़ा नाम, एयरबस भी डेफएक्सपो में शिरकत कर रही है. इसके अलावा अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन और बीएई भी लखनऊ पहुंची हैं.


रशिया की कंपनियों का रहेगा बोलबाला


हर बार की तरह रशिया की कंपनियों का भी डिफेंस एक्सपो में बोलबाला रहने वाला है. कामोव हेलीकॉप्टर बनाने वाली, 'रशियन हेलीकॉप्टर्स' भी डिफेंस एक्सपो में हिस्सा ले रही है.


हाल ही में एलएंडटी के साथ मिलकर के9 वज्र तोप बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी, हेनवा भी डिफेंस एक्सपो में अपनी मौजूदगी मजबूती से दर्ज करा रही हैं.


स्वदेशी कंपनिया जिनपर सभी की इस डेफएक्सपो में निगाहें टिकी होंगई, वे हैं एलएंडटी, एमकेयू (जिसे बुलेटप्रुफ जैकेट, फौजी हेलमेट और नाइट विजन डिवाइस बनाने में महारत हासिल है), भारतफोर्ज और कानपुर की हंस एनर्जी जिसने खास तौर से ऐसे हथियार बनाए हैं जिनमें खास ट्रैकिंग चिप लगी हैं और लूटपाट की स्थिति में लोकेट किया जा सकता है.