नई दिल्ली: सीमा विवाद को खत्म करने के लिए आज भारतीय क्षेत्र में भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की एक और बातचीत होनी है. जानकारी मिली है कि इस बातचीत से पहले या बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन के साथ सीमा विवाद पर अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर फोन पर बात कर सकते हैं. गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद दोनों देशों के बीच एक बार फिर तकरार बढ़ गया है.


रूस ने दिया भारत का साथ


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चीन के साथ गतिरोध के बीच हाल ही में रक्षा मंत्री ने रूस का दौरा किया था. मंगलवार को राजनाथ सिंह की रूस यात्रा का लाभ भी देखने को मिल गया. दरअसल, रूस ने चीन की अपील को ठुकराते हुए भारत के साथ हुए रक्षा सौदों को जल्द से जल्द पूरा करने की बात कही है. बता दें कि भारत और रूस के बीच रक्षा सौदे में AK-203 असॉल्ट राइफल और 226-टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर को लेकर भी बात हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, रूस की अपनी यात्रा में रक्षा मंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत को अब रक्षा सौदों में देरी नहीं करनी है. इस पर रूस ने भारत को आश्वासन दिया है कि वो जल्द ही इस सौदे को पूरा कर देगा.


सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हो सकती है चीन के साथ बातचीत


गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच मंगलवार यानी आज सुबह साढ़े 10 बजे से लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत शुरू हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, यह लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की तीसरे दौर की वार्ता होगी और यह चुशूल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय जमीन पर होगी. इससे पहले हुईं दोनों वार्ता चीनी ज़मीन पर हुई थीं, जिसमें भारत ने सीमा पर पहले जैसी स्थिति कायम करने की और गलवान घाटी, पैंगोंग सो और अन्य क्षेत्रों से हजारों चीनी सैनिकों की तत्काल वापसी पर जोर दिया था. आज की बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व तिब्बत मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर कर सकते हैं.


गलवानी घाटी में हुई झड़प में शहीद हुए थे 20 भारतीय जवान


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15 जून की रात को हुई चीनी सैनिकों के साथ खूनी झड़प में एक कर्नल समेत भारत के कुल 20 जवान शहीद हो गए थे. इस झड़प में चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर आई थी.