Rajnath Singh's Assam Visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज शनिवार को गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा के साथ एक पुरस्कार समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह भारत का सौभाग्य है कि जहां हमारे पास 15 लाख सक्रिय सेना में काम कर रहे सैनिक हैं, वहीं पूर्व सैनिकों की संख्या करीब इसका दुगना है. उन्होंने कहा कि जहां सक्रिय सैनिक भारत की ताकत हैं, वहां वेटरेंस उस ताकत के साथ हमेशा खड़ी रहने वाली प्रेरणा हैं.
उन्होंने कहा, "यह हमारा सौभाग्य नहीं, तो और क्या है कि जहां हमारे पास कारगिल की लड़ाई लड़ने वाले पूर्व सैनिकों की अच्छी संख्या है, वहीं 1971 और 1965 की लड़ाई में देश की आन-बान-शान के लिए लड़ने वाले पूर्व सैनिक भी हमारे बीच आज भी मौजूद हैं."
'पूर्वोत्तर भारत में शांति और विकास का एक नया दौर प्रारंभ'
रक्षा मंत्री ने कहा, "पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश के बनने से सबसे अधिक लाभ नार्थ ईस्ट के राज्यों को हुआ है, क्योंकि सीमा पर जिस तरह का तनाव पश्चिमी मोर्चा पर देखने को मिलता है, वह कभी भी भारत-बांग्लादेश सीमा पर नहीं रहा है. उन्होंने कहा, "भारत-बांग्लादेश सीमा पर शांति और स्थिरता के कारण और केंद्र और राज्य सरकारों में आए बेहतर तालमेल का ही परिणाम रहा है कि आज पूर्वोत्तर भारत में शांति और विकास का एक नया दौर प्रारंभ हो चुका है.
बता दें कि पुरस्कार समारोह का आयोजन असम सरकार की ओर से 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में लड़े गए सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने के लिए किया गया था. प्रस्तुति में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हुए.
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