Defence News: अमेरिका से अलकायदा चीफ जवाहिरी का खात्मा करने वाली MQ-9 Reaper Drone खरीदेगा भारत, जानिए इसकी खासियत
American MQ-9 Reaper Drone: भारत अमेरिका का खतरनाक स्टील्थ ड्रोन खासकर भारतीय नौसेना के लिए खरीदेगा. इसके लिए बाइडेन प्रशासन से बातचीत भी शुरू कर दी गई है.
India To Get American MQ-9 Reaper Drone: अमेरिका (America) ने ड्रोन हमले (Drone Attack) में अलकायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी (Al Qaeda Chief Ayman Al Zawahiri) को ढेर कर दिया. अमेरिका ने जवाहिरी के खात्मे के लिए अपने सबसे अडवांस स्टील्थ ड्रोन (Stealth Drone) और खतरनाक मिसाइल R9X और खतरनाक MQ-9 Reaper Drone का इस्तेमाल किया.
भारत (India) इस समय सीमा पर दोहरी चुनौतियों से जूझ रहा है. एक तरफ पाकिस्तानी घुसपैठिए (Pakistani Infiltrators) तो दूसरी ओर वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन (China) की लगातार बढ़ती दखलंदाजी की घटनाओं से निपटने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) को अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जा रहा है. भारत ने अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करने और भविष्य में किसी भी संकट से निपटने के लिए अमेरिका से उसके इस खतरनाक ड्रोन सिस्टम को खरीदने की इच्छा जाहिर की है. भारतीय रक्षा अधिकारियों ने इस सिलसिले में बाइडेन प्रशासन से बातचीत भी शुरू कर दी है.
क्यों इतना खतरनाक है अमेरिका का रीपर ड्रोन?
रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो अमेरिकी वायुसेना का रीपर ड्रोन की सबसे खास विशेषता है कि ये पलक झपकते ही सटीक निशाना लगाकर दुश्मन का खात्म कर सकता है. इसे इसकी स्पीड और फायरपावर के लिए भी जाना जाता है. वहीं इस एक ड्रोन का वजन किसी अफ्रीकी हाथी के बराबर है. रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इसे स्टील्थ श्रेणी में इसलिए रखा जाता है आधुनिक से आधुनिक रडार भी इसे पकड़ नहीं पाता.
इसके अलावा रीपर ड्रोन तेज हवा के बीच भी 1700 किलो वजन उठा सकते हैं. इसलिए इन ड्रोन को खतरनाक से खतरनाक हथियारों से भी लैस किया जा सकता है. वहीं, इस ड्रोन से दुश्मन को हवा से जमीन और हवा से हवा में भी टारगेट किया जा सकता है.
भारतीय नौसेना को मिलेगी मजबूती
भारत के लिए इस समय वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ चल रही तनातनी से निपटना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. चीन के साथ बॉर्डर पर चल रहे तनाव के बीच भारत अमेरिका से इस खतरनाक स्टील्थ ड्रोन को खरीदने की तैयारी में है. जानकारी के मुताबिक, इन स्टील्थ ड्रोन को खासकर भारतीय नौसेना के लिए खरीदा जाएगा. भारत से अत्याधुनिक ड्रोन सिस्टम मिलते ही सेना की ताकत को अवश्य बल मिलेगा.
इसे भी पढेंः-