अमेरिका से जेट इंजन की डिलिवरी में देरी, देसी हल्के लड़ाकू विमानों का प्रोडक्शन को लेकर भारत ने बनाया अब ये प्लान
Indian Air Force News:जेट इंजनों की डिलीवरी में देरी के बावजूद भारत, वायु सेना की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एलसीए के उत्पादन के साथ आगे बढ़ रहा है. उम्मीद की जा रही है कि वित्तीय वर्ष में 14 विमान तैयार कर लिए जाएंगे.
Indian Air Force News: जेट इंजन की डिलिवरी में देरी के बाद भी इंडियन एयरफाॅर्स स्वदेशी लड़ाकू विमान (एलसीए) के उत्पादन में तेजी से बढ़ रही है. उम्मीद की जा रही है कि इस वित्तीय वर्ष में स्वदेशी लड़ाकू विमान (एलसीए) के उत्पादन में तेजी से कर लिया जाएगा. फिलहाल एयरक्राफ्ट के नए मॉडल, एलसीए एमके 1ए का परीक्षण चल रहा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पहला विमान दो महीने के अंदर ही डिलीवर हो जाएगा.
इंडियन एयरफाॅर्स ने इस विमान के 83 मॉडल का ऑर्डर किया है. प्लेन का स्ट्रेक्चर तैयार हो गया है. अब इसमें बाकी के पुर्जे भी लगाए जा रहे हैं. अमेरिकी कंपनी जीई 404 इंजन की आपूर्ति कर रही है. इसी वजह से विमान की डिलिवरी में भी देरी हो रही है. पहले माना जा रहा था कि एलसीए एमके 1ए जुलाई में डिलीवर कर दिया जाएगा.
कोरोना की वजह से हुई दिक्कत
जानकारी के अनुसार, कोरोना की वजह से जीई कंपनी को भी इंजन बनाने वाली दूसरी कंपनियों को दिक्कत हो रही है. पार्ट्स सही समय से ना मिलने की वजह से इंजन में देरी हो रही है. माना जा रहा है कि अक्टूबर से ये कंपनी इंजन की आपूर्ति शुरू कर देगी.
इस वित्तीय वर्ष में विमान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 16 विमान देने का काम दिया गया था। ऐसे में कंपनी ने योजना बनाई थी कि पहले ही प्लेन का स्ट्रेक्चर तैयार कर लिया जाएगा और इंजन बाद में लगाया जाएगा. माना जा रहा है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक कम से कम 14 विमान तैयार हो जाएंगे. फिलहाल कंपनी उनके पास मौजूद पुराने पुर्जे का इस्तेमाल करके विमान का परीक्षण करेगी. जब इंजन की आपूर्ति हो जाएगी तो विमान को तैयार किया जाएगा. इसमें कुछ हफ्ते भी लग सकते हैं. इसके बाद विमानों को इंडियन एयरफाॅर्स को दिया जाएगा.
2028 तक पूरा हो सकता है ऑर्डर
फिलहाल बेंगलुरु में एलसीए एमके 1ए के लिए दो उत्पादन लाइनें शुरू है. अक्टूबर तक तीसरी लाइन नासिक में शुरू हो सकती है. माना जा रहा है कि नासिक लाइन से इस वित्तीय वर्ष में विमान तैयार हो जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि 3 जेट विमानों की डिलीवरी 2028 तक हो जाएगी.