नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार को मंत्रिमंडल में दो नए मंत्री शामिल करने के फैसले पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने का अभी तक इंतजार है. केन्द्र की मंजूरी में देरी से केजरीवाल सरकार काफी परेशान है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि 'आपकी हमसे दुश्मनी है, दिल्ली की जनता से तो बदला मत लो.'
मंत्रियों को पिछले नौ दिनों से शपथ ग्रहण का इंतजार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गत 6 मई को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करते हुये पानी मामलों के मंत्री कपिल मिश्रा को हटाकर आप विधायक राजेन्द्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत को मंत्री बनाने की सिफारिश उपराज्यपाल अनिल बैजल को भेज दी थी.
केन्द्र शासित राज्य होने के कारण दिल्ली सरकार में नियुक्ति से जुड़े सभी फैसले पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी जरुरी होती है. जिसको देखते हुये मंत्रियों को पिछले नौ दिनों से शपथ ग्रहण का इंतजार है. इस बीच मंत्रालय से मंजूरी मिलने में हो रही देरी ने केजरीवाल सरकार की नाराजगी बढ़ा दी है.
सरकार में कार्यरत हैं फिलहाल सिर्फ चार मंत्री
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रियों की शपथ नहीं हो पाने का कारण सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है. अधिकारी ने कहा कि केजरीवाल ने अपने पास कोई मंत्रालय नहीं रखा है. इसलिये सरकार में फिलहाल सिर्फ चार मंत्री कार्यरत हैं.
उन्होंने बताया कि ‘‘छह मई को केजरीवाल की अध्यक्षता में हुयी मंत्रिमंडल की बैठक में दोनों मंत्रियों की नियुक्ति के फैसले को मंजूरी देते हुये इसकी फाइल तुरंत राजनिवास और गृह मंत्रालय को भेज दी थी. मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद ही उपराज्यपाल शपथ ग्रहण का समय दे सकेंगे. लेकिन फाइल अब तक मंत्रालय में अटकी पड़ी है.’’
पानी मामलों के विभाग के कामकाज पर सबसे ज्यादा असर
अधिकारी के मुताबिक तपिश भरी गर्मी में जलसंकट से जुड़ी शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं और ऐसे में संबद्ध मंत्री नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा असर पानी मामलों के विभाग के कामकाज पर पड़ रहा है.