नेपाल से आ रहा सत्तारूढ़ दल का प्रतिनिधिमंडल, जानें क्यों बीजेपी के नेताओं से होगी मुलाकात
India Nepal Relations: नेपाल की सत्तारूढ़ पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भारत की अपनी छह दिवसीय यात्रा के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेगा.
Nepal Delegation India Visit: बीजेपी के निमंत्रण पर नेपाल की सत्ताधारी पार्टी सीपीएन-माओवादी केंद्र का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल छह दिवसीय यात्रा के लिए भारत आ रहा है. ये डेलीगेशन 23 जुलाई से लेकर 28 जुलाई तक भारत की यात्रा पर रहेगा. देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में एक साल से भी कम वक्त बचा है. ऐसे में नेपाल के डेलीगेशन की इस यात्रा को अहम माना जा रहा है.
नेपाल-भारत के संबंधों में भी सुधार के तौर पर इस प्रतिनिधिमंडल का यहां आना बड़ी बात है. "बीजेपी को जानें" पहल के तहत नेपाल की सत्तारूढ़ पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा करेगा. भारतीय जनता पार्टी के 43वें स्थापना दिवस पर जेपी नड्डा ने "बीजेपी को जानें" पहल की घोषणा की थी. प्रतिनिधिमंडल बीजेपी के दृष्टिकोण और कार्यप्रणाली को समझने के लिए भी यात्रा पर आ रहा है.
नेपाल के प्रतिनिधिमंडल में ये नेता शामिल
इस यात्रा का मकसद पार्टी दर पार्टी संबंधों को मजबूत करना है. सीपीएन-माओवादी सेंटर पार्टी के उपाध्यक्ष पम्फा भुषाल पार्टी के शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. टीम के अन्य सदस्यों में पार्टी सचिव चक्रपाणि खनाल, स्थायी समिति के सदस्य सत्या पहाड़ी और केंद्रीय समिति के सदस्य रमेश्वर यादव और सुरेश कुमार राय शामिल हैं.
जेपी नड्डा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं से करेंगे मुलाकात
ये प्रतिनिधिमंडल बीजेपी के राष्ट्रीय पार्टी जेपी नड्डा और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा. इस यात्रा में उत्तराखंड का दो दिवसीय दौरा भी शामिल है जहां प्रतिनिधिमंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और अन्य बीजेपी राज्य पदाधिकारियों से मुलाकात करेगा.
"भारत के साथ चाहते हैं मैत्रीपूर्ण संबंध"
भुषाल ने काठमांडू से नई दिल्ली रवाना होने से ठीक पहले त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कहा कि हमारी यात्रा का उद्देश्य मुख्य रूप से बीजेपी और सीपीएन-माओवादी केंद्र के बीच पार्टी-दर-पार्टी संबंधों को मजबूत करना है. हम सभी पक्षों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहते हैं. उनकी पार्टी चीन के साथ भाईचारे और भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करना चाहती है.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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