नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में अगस्त में पहले 18 दिनों के दौरान मलेरिया के कम से कम 43 मामले सामने आये हैं जिससे शहर में इस मौसम में मलारिया से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 131 हो गई. दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की ओर से सोमवार को जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में मलेरिया के दो मामले, अप्रैल और मार्च में एक एक मामले, मई में 17, जून में 25, जुलाई में 42 और 18 अगस्त तक 43 मामले सामने आये हैं.
एसडीएमसी ही शहर में इस बीमारी के आंकड़ों का डेटा रखता है.
इस मौसम में डेंगू के कुल 69 मामले सामने आये हैं जिसमें से 11 अगस्त तक 20 मामले, जुलाई में 19, जनवरी में छह, फरवरी में तीन, मार्च में एक, अप्रैल में दो, मई में 10 और जून में आठ मामले सामने आये थे. हालांकि पिछले सप्ताह चिकुनगुनिया का कोई ताजा मामला सामने नहीं आया था. सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि डेंगू और मलेरिया दोनों के रोगी अलग अलग हैं. डॉक्टर ने लोगों से सभी तरह के ऐहतियात बरतने की सलाह दी जैसे फुल स्लीव के कपड़े पहनना और घरों में मच्छरों को नहीं पैदा होने देना और घर में एंटी मॉस्किटो क्वाइल का इस्तेमाल करना शामिल हैं.
पानी को रुकने न दें, बहा दें
डॉक्टर ने कहा कि कूलरों का पानी इस्तेमाल नहीं होने पर सुखा देना चाहिए क्योंकि डेंगू का संक्रमण फैलाने वाले मच्छर वहां पैदा होते हैं. घरों में मच्छरदानी का इस्तेमाल होना चाहिए. इसके साथ ही ऐसी कोई जगह या सामान हो जिसमें पानी भरा रह सकता हो तो उसे भी खाली कर कहीं छत के नीचे रख देने चाहिए.
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