नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आज से पांचवां भौगोलिक-राजनीतिक सम्मेलन ‘रायसीना डायलॉग’ शुरू हो रहा है. इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. बड़ी बाच यह है कि अमेरिका से तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ भारत में होंगे. इस सम्मेलन में रूस, ईरान और आस्ट्रेलिया समेत 13 देशों के विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे.


जारी बयान के मुताबिक, पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई भी हिस्सा लेंगे. इस सप्ताह भारत आ रहे ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ की यह यात्रा इस मायने से अहम है कि यह ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद हो रही है.


उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे पीएम मोदी


पीएम मोदी आज शाम 6 से 7 बजे के बीच होटल ताज पैलेस में आयोजित उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे. ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि उसके और विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कई उपविदेश मंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सेना प्रमुख और अन्य उच्चस्तरीय नीति निर्माता, विद्वान और अधिकारी हिस्सा लेंगे.


किन-किन देशों के विदेश मंत्री होंगे शामिल


बयान के मुताबिक, 105 देशों के 180 से अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसका विषय ‘21 एट 20: अल्फा सदी के रास्ते’ है. सम्मेलन में 116 वक्ता होंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा इस साल सम्मेलन में रूस, ईरान, आस्ट्रेलिया, मालदीव, दक्षिण अफ्रीका, लातविया, उज्बेकिस्तान, एस्टोनिया, डेनमार्क, हंगरी, रवांडा और तंजानिया के विदेश मंत्री भी शिरकत करेंगे.


शामिल होंगे रक्षा क्षेत्र से कई दिग्गज


विदेश सचिव विजय गोखले, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल करणबीर सिंह, अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मैथ्यू पोटिंगर, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब, अमेरिकी हिंद प्रशांत कमान के कमांडर एडमिरल फिल डेविडसन भी अपनी बात इस कार्यक्रम में रखेंगे.


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