Delhi Crime: राजधानी दिल्ली के गाजीपुर थाना इलाके में निर्भया कांड जैसा घिनौना मामला सामने आया है. पीड़िता फिलहाल सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है, जहां पर उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. पीड़िता की सर्जरी भी हो चुकी है. मामले में पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस की पांच टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं. पुलिस के पास बस इतना सुराग है कि इस वारदात में एक ऑटो शामिल हो सकता है. पुलिस उस ऑटो का पता लगा रही है.


क्या है मामला?


दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यह घटना 23 मार्च की बताई जा रही है. महिला अचेत अवस्था में गाजीपुर मुर्गा मंडी के गेट के पास पड़ी हुई मिली थी, जिसकी हालत ठीक नहीं थी. उसे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर यह पता चला कि उसके साथ गलत काम किया गया है. साथ ही साथ दरिंदगी भी की गई है. उसे तुरंत ही बेहतर उपचार के लिए सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया.


सफदरजंग अस्पताल में हुई पीड़िता की सर्जरी


पुलिस का कहना है कि सफदरजंग अस्पताल में उसकी सर्जरी भी की जा चुकी है. उसकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है. अभी तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दरिंदगी करने वालों की संख्या कितनी थी. पीड़िता ने बस इतना ही बताया है कि उसने सीमापुरी जाने के लिए एक ऑटो लिया था. ऑटो रास्ते में खराब हो गया, जिसके बाद ऑटो चालक ने किसी को फोन किया. उसके बाद क्या हुआ, कुछ स्पष्ट नहीं है, क्योंकि पीड़िता ठीक तरीके से नहीं बता पा रही है कि उसके साथ क्या हुआ, क्या नहीं. उसकी हालत बेहद गंभीर है, इसलिए अभी उसके बयान भी ठीक से नहीं हो पाए हैं.


सीसीटीवी फुटेज से सुराग तलाशने में जुटी पुलिस


पुलिस सूत्रों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से सुराग तलाशने का काम किया जा रहा है. गाजीपुर मुर्गा मंडी से सीमापुरी तक के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. अभी तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है. सबसे पहले ऑटो का सुराग तलाशने का काम किया जा रहा है. पीड़िता ये नहीं बता पाई है कि उसने ऑटो कहां से लिया, कहां ऑटो खराब हुआ और वो गाजीपुर मुर्गा मंडी कैसे पहुंची.


गाजीपुर मुर्गा मंडी के गेट के नजदीक अचेत अवस्था में मिली थी महिला


वहीं, पूर्वी दिल्ली जिला के डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि एक महिला जिसकी उम्र लगभग 36 साल है. 23 तारीख की शाम को गाजीपुर मुर्गा मंडी के गेट के नजदीक अचेत अवस्था में पाई गई, जिसकी हालत ठीक नहीं थी. उसे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया. उसके बाद उसे सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया. महिला मांग कर अपना गुजारा चलाती है. इस मामले की जांच में डीसीपी प्रियंका कश्यप की देखरेख में 5 पुलिस टीमें गठित की गई हैं. उचित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.


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