नई दिल्लीः दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर्स पर चल रहे किसान आंदोलन स्थलों पर समय समय पर अलग अलग आयोजन होते रहे हैं. इसी क्रम में आज किसान आंदोलन स्थलों पर गुरु रविदास की 645 वीं जयंती मनाई गई. इस मौके पर हरियाणा से दलित समाज के लोग बड़ी संख्या में टीकरी बॉर्डर पुहंचे. टीकरी बॉर्डर पर रविदास जयंती के मौके पर आयोजित सभा को किसान नेताओ ने संबोधित किया जिसमे रविदास की शिक्षाओं को याद किया गया और एक समाजवादी समाज बनाने का संकल्प लिया.


किसान नेता लगातार हर कार्यक्रम के मंच से इस आंदोलन को बड़ा करने की बात करते रहे है और रविदास जयंती के मौके पर भी किसान नेताओ ने किसान आंदोलन को बड़ा करने की बात कही. किसान आंदोलन को 90 दिन से ज़्यादा हो गए है और आंदोलन मंच से अलग अलग मौक़ो पर अलग अलग तरह से कार्यक्रम का आयोजन होता रहा है.


26 जनवरी के घटना कर्म के बाद किसान आंदोलन में लोगो का जमावड़ा कम हो गया था लेकिन राकेश टिकैत ने वापस से इस किसान आंदोलन को खड़ा करते हुए लोगो को इकट्ठा किया. धीरे धीरे कर के देखा जा रहा है कि आंदोलन स्थलों पर लोगो की संख्या में कुछ कमी आई है. हालांकि, काफी लोग अभी भी आंदोलन स्थल पर मौजूद हैं.


किसान आंदोलन और किसानो की मांगों को लेकर जो बातचीत का सिलसिला किसान नेताओं और सरकार के बीच चल रहा था वह फिलहाल अभी बंद है. लेकिन, किसानों की महापंचायत और किसान पंचायते लगातार अलग अलग जगह हो रही है.


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