नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर धरने पर बैठे हैं. सीएम केजरीवाल की ओर से सुरक्षा का भरोसा देने और हड़ताल खत्म करने की अपील का आईएएस एसोसिएशन ने स्वागत किया है. दोनों पक्षों की ओर से नरमी दिखाए जाने के बाद हड़ताल के खत्म होने के आसार बनने लगे हैं.
सीएम के साथ औपचारिक बातचीत के लिए तैयार- IAS एसोसिएशन
सीएम केजरीवाल की ओर से अफसरों की सुरक्षा का भरोसा जताए जाने के बाद आईएएस एसोसिएशन ने भी नरमी दिखाई है. आईएएस एसोसिएशन ने ट्वीट कर कहा कि पूरी ऊर्जा और जोश के साथ काम करते रहेंगे. हम इस प्रकरण पर मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक बातचीत के लिए तैयार हैं.
बैठक में मौजूद रहें उपराज्यपाल- सिसोदिया
अफसरों के जवाब पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा हम बातचीत के लिए तैयार हैं. बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल भी मौजूद रहें क्योंकि सर्विस और सिक्योरिटी विभाग के प्रमुख एलजी हैं. दोनों पक्षों ने बातचीत के लिए सहमति तो जताई है लेकिन अब तक बातचीत का समय तय नहीं हुआ है. भूख हड़ताल के बाद तबीयत बिगड़ने के बाद मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन अस्पताल में भर्ती हैँ.
दिल्ली में 'अराजकता' से जनता परेशान, पीएम मोदी ने आंखे मूंद ली हैं: राहुल गांधी
राहुल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
वहीं इस मामले में अब राहुल गांधी भी कूद पड़े हैं, उन्होंने मामले को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा. राहुल ट्वीट कर कहा है, ''दिल्ली के मुख्यमंत्री एलजी ऑफिस में धरने पर बैठे हैं, जबकि बीजेपी सीएम आवास पर धरना कर रही है. दिल्ली के नौकरशाह प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने पूरे मसले पर आंखें मूंद रखी है. दिल्ली में जारी ड्रामे से जनता परेशान है.''
कांग्रेस ने साधा केजरीवाल पर निशाना
धरने और सुलह की कोशिशों के बीच कांग्रेस ने केजरीवाल को सेक्युलर नहीं बल्कि अवसरवादी बताया है. कांग्रेस का आरोप है कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केजरीवाल ने सियासी धरने की पटकठा रची है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा केजरीवाल सेक्युलर नहीं अवसरवादी हैं.
कांग्रेस ने धरने को बताया ड्रामा, समर्थन देने वालों से कहा- सेक्युलर नहीं अवसरवादी हैं केजरीवाल
दिल्ली ने कांग्रेस के बड़े नेताओं ने प्रस्ताव पास कर एलान किया है कि केजरीवाल का धरना ड्रामा है. दिल्ली में चल रहे संकट के लिए कांग्रेस ने आप और बीजेपी दोनों को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस का मानना है कि अपनी नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए केजरीवाल ने मुख्य सचिव की पिटाई से लेकर धरने तक की पूरी पठकथा रची है.