Delhi Accident: करोल बाग इलाके में गुरुवार देर रात हुए एक सड़क हादसे में एक तेज रफ्तार कार की चपेट में आने से बाइक सवार डिलीवरी बॉय की मौत हो गई. घटना से नाराज डिलीवरी बॉय के साथियों ने रात को करोल बाग थाने पर एकत्र होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. डिलीवरी बॉय के साथियों का आरोप है कि आरोपी कार चालक के एक परिचित पांच लाख रुपये एक बैग में लेकर थाने आए थे, उन्हें रोक कर जब बैग की तलाशी ली गई तो उसमें से रूपये निकले. बैग और रकम हमारे पास छोड़ कर वह थाने के अंदर चले गए.  इतनी बड़ी रकम लेकर वह थाने के बाहर क्यों आए थे? थाने में शॉपिंग मॉल नहीं है.


वहीं इस मामले पर पुलिस का कहना है कि आरोपी कार चालक को गिफ्तार कर लिया गया है. जो व्यक्ति बैग में रुपये लेकर आये थे, वे पेशे से वकील हैं. उनका नाम आशीष कपूर है. उनका कहना है कि वह किसी काम से जा रहे थे. साथ में रकम थी. उन्हें शक हुआ कि कोई उनका पीछा कर रहा है, इसलिए वे थाने की तरफ आ गए और बाहर खड़े लड़कों ने उनका बैग छीन लिया. पूरे मामले की जांच की जा रही है.


हादसा करोल बाग मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ. एक्सिडेंट के बाद कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. मृतक का नाम विनोद(40) था, जो जोमैटो में डिलीवरी बॉय का काम करता था. कार से टक्कर लगने के बाद विनोद हवा में ऊंचा उछल गया और फिर कार की विंड शील्ड पर गिर गया. मौके पर मौजूद लोग उसे नज़दीक के अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगों ने कार चालक को मौके पर ही पकड़ लिया. उसकी पहचान करोल बाग निवासी रचित सिंघल के रूप में की गई. 


प्रत्यक्षदर्शी का आरोप है कि घटना के समय कार चालक शराब के नशे में था. उसकी गाड़ी में शराब की बोतल एवं गिलास रखा था. नशे में गाड़ी चलाने की वजह से ही उसने बाइक सवार को ज़ोरदार टक्कर मारी. टक्कर लगने से बाइक सवार बहुत ऊंचा उछल गया और फिर विंड शील्ड पर गिरा. वह गम्भीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कार चालक को मौके पर ही पकड़ लिया गया था. पुलिस को मामले की सूचना दी गई थी, जिसके बाद पुलिस उसे थाने ले आयी.


डिलीवरी बॉय के साथी तौफीक ने बताया, "जब देर रात को हम सभी डिलीवरी बॉयज को इस घटना की जानकारी हुई तो हम सब पहले करोल बाग मेट्रो स्टेशन पहुंचे और फिर थाने. थाने के बाहर हम सब खड़े थे. जिस कार से टक्कर हुई, उस पर लॉयर का स्टिकर भी लगा है. आरोपी कार चालक आईओ रूम में था. उससे मिलने के लिए कुछ लोग अलग अलग कार में आ रहे थे. जब ऐसा दो-तीन बार हो गया, तो हमें कुछ शक हुआ. तभी लाल रंग की ब्रीजा कार भी वहां आई. एक व्यक्ति थाने के अंदर जाने लगा, उसके पास बैग था. हमने उसे रोक कर बैग दिखाने को कहा तो वह आना कानी करने लगा. जब बैग चेक किया गया तो उसमें 5 लाख रुपये थे. वह शख्स इतनी बड़ी रकम लेकर थाने के अंदर आईओ के कमरे में क्यों जा रहा था? साफ है कि ये कोई शॉपिंग मॉल या अस्पताल नहीं है, जहां पैसे की जरूरत पड़े. ये रकम रिश्वत के लिए लाई गई थी. अब हम पुलिस को रकम देना चाह रहे हैं तो पुलिस बगैर रिसीविंग के रकम लेना चाहती है, इसलिए हमने कहा है कि इस रकम को रिकॉर्ड में चढ़ाया जाए, तभी हम रकम देंगे. हमने इसका पूरा वीडियो भी बनाया है. पुलिस उल्टा हमें फंसाना चाह रही है.


वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी चालक का मेडिकल करवाया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ होगा कि घटना के समय चालक नशे में था या नहीं. फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. देर रात वहां पर एक शख्स बैग में रुपये लेकर पहुंचा जिसे रिश्वत की रकम मानते हुए थाने के बाहर मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पकड़ लिया. उसके पास मौजूद पांच लाख रुपये भी उन्होंने छीन लिए.


क्या है पुलिस का कहना


सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी जसमीत सिंह का कहना है कि तड़के लगभग 4 बजे आशीष कपूर नामक शख्स जो पेशे से वकील हैं, ने पीसीआर को कॉल की थी. आशीष ने बताया कि वह थाने के पास से गुजर रहा था. उसे लगा कि कुछ लोग उसका पीछा कर रहे हैं. उसके पास रकम थी, इसलिए वह बैग लेकर थाने में घुस रहा था. उसी समय प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने उसका बैग छीन लिया. डीसीपी का कहना है कि आशीष कुमार ने जो पीसीआर कॉल की उस बाबत भी जांच की जा रही है. ताकि स्पष्ट हो सके कि रकम को लेकर जो रिश्वत का आरोप लगाया जा रहा है, वो सही है या नहीं? इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सड़क हादसे मामले के जांच अधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है.



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