Delhi Acid Attack Case: देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार की सुबह स्कूल जा रही छात्रा पर एसिड अटैक किया गया. घटना द्वारका इलाके में सुबह 7:30 बजे की है. पीड़ित 17 वर्षीय लड़की अपनी छोटो बहन के साथ स्कूल जा रही थी, तभी बाइक सवार दो युवक आए और बाइक पर पीछे बैठे लड़के ने तेजाब फेंक दिया. इसके बाद हमलावर फरार हो गए. लेकिन शाम तक वे पुलिस की पहुंच से दूर न रह सके और घटना में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
लड़की के पिता ने बताया कि मेरी दोनों गुड़िया सुबह स्कूल के लिए निकलीं. कुछ देर बाद मेरी छोटी लड़की भागती हुई आई और बताया कि दो लड़के आए और दीदी पर एसिड डालकर चले गए. उन लड़कों ने अपना मुंह ढका हुआ था. इसके साथ ही उनकी बाइक पर कोई नंबर प्लेट नहीं था.
दोनों आंखों में चला गया एसिड: पिता
पीड़ित लड़की के पिता ने कहा कि यह हमला इतना भयावह था कि तेजाब पूरे चेहरे के साथ मेरी बेटी की दोनों आंखों में चला गया है. पीड़िता की हालत स्थिर बताई जा रही है हालांकि तेजाब आंख में जाने की वजह से हालत अभी खराब है. पीड़िता के पिता ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार बेटी का चेहरा करीब आठ प्रतिशत प्रभावित है.
मदद के लिए दुकान की ओर भागी थी पीड़िता
पीड़िता के चाचा ने बताया कि असहनीय दर्द होने पर वह मदद के लिए पास की दुकानों की ओर दौड़ी, तो एक दुकानदार ने दर्द कम करने के लिए उसके चेहरे पर दूध डाला. लेकिन दर्द इतना ज्यादा था कि पीड़िता को राहत नहीं मिली. हमले के बाद पीड़िता दर्द से कराह रही थी वहीं छोटी बहन भागते हुए घर आई. जहां उसने पूरी घटना के बारे में बताया। जब हम पहुंचे तो पीड़िता दर्द के मारे कराह रही थी. इसके बाद हम आनन- फानन में उसे लेकर अस्पताल पहुंचे. पीड़िता का इलाज सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है.
छोटी बहन ने की आरोपियों की पहचान
घटना के समय पीड़िता के साथ मौजूद छोटी बहन ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की थी. उसने बताया था कि जब हम स्कूल जा रहे थे, तभी दीदी एकदम चीखी, इसके बाद उन्होंने कहा कि पापा को बुलाओ. मैंने उनका चेहरा देखा, मैं घबरा गई. इसके बाद पापा को बुलाया. फिर दीदी को अस्पताल ले जाया गया. बाइक पर दो लोग थे. बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी. लेकिन कैमरे से मैंने पहचान लिया कि दो लोग हनी और सचिन थे. दोनों दीदी को पहले से जानते थे, लेकिन कुछ इश्यू हुआ था, इसके बाद बात बंद हो गई थी. हालांकि, दोनों लड़कों की पापा से बात होती थी. ये दोनों लड़के उस स्कूल में नहीं पढ़ते थे.
एसिड सब्जियों की तरह आसानी से मिल रहा है: दिल्ली महिला आयोग
दिल्ली महिला आयोग प्रमुख स्वाति मालीवाल ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि देश की राजधानी में दिनदहाड़े एक स्कूली बच्ची पर 2 बदमाश दबंगई से तेजाब फेंककर निकल जाते हैं. क्या किसी को भी अब कानून का डर है? क्यों तेजाब पर बैन नहीं लगाया जाता? शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि एसिड सब्जियों की तरह आसानी से मिल रहा है. सरकार इसकी खुदरा बिक्री पर रोक क्यों नहीं लगा रही. दिल्ली महिला आयोग सालों से इस पर बैन की मांग कर रहा था. सरकारें कब जागेंगी? वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले की जांच के लिए एक टीम सफदरजंग हॉस्पिटल भेज दी है.