Delhi Acid Attack: देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार (14 दिसंबर) की सुबह स्कूल जा रही छात्रा पर एसिड अटैक किया गया था. 17 वर्षीय एसिड अटैक पीड़िता के परिवार ने गुरुवार (15 दिसंबर) को कहा कि लड़की की आंखों की रोशनी प्रभावित नहीं हुई है और डॉक्टरों के अनुसार उसके चेहरे पर लगी चोटें भी समय के साथ ठीक हो जाएंगी. 


बता दें छात्रा जब सुबह अपने घर से स्कूल के लिए निकली तब उसके कुछ ही मिनट बाद दो बाइक सवार नकाबपोश लोगों ने उस पर एसिड फेंक दिया था, जिसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी. घटना द्वारका इलाके की है. 


पड़ोसी सचिन अरोड़ा ने कराया था हमला 


पीड़िता के चाचा ने बताया कि वह अब भी सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है. उन्होंने कहा, "अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि चेहरे की जलन ठीक हो जाएगी, लेकिन इसमें समय लगेगा." चाचा ने बताया कि उसकी दृष्टि प्रभावित नहीं हुई है और वह देख पा रही है. साथ ही बात भी कर रही है. आरोप है कि छात्रा के पड़ोसी सचिन अरोड़ा के हमले में लड़की की आंखों में भी चोटें आई थीं. 


फ्लिपकार्ट से खरीदा गया था तेजाब 


पुलिस ने घटना में शामिल तीन लोग जिसमें मुख्य आरोपी अरोड़ा और उसके दो दोस्तों हर्षित अग्रवाल (19) और वीरेंद्र सिंह (22) को गिरफ्तार कर लिया है. छात्रा पर हुए एसिड अटैक की घटना जैसे ही फैली वैसे ही कई लोगों ने प्रतिबंध के बावजूद बाजारों में तेजाब की उपलब्धता पर भी सवाल उठाए.


स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस, लॉ और ऑर्डर, सागर प्रीत हुड्डा ने बुधवार (14 दिसंबर) को कहा था कि हमले में इस्तेमाल एसिड एक ई-कॉमर्स साइट के माध्यम से खरीदा गया था और अरोड़ा के ई-वॉलेट के माध्यम से भुगतान किया गया था. पुलिस ने एक बयान में कहा कि सबूतों के आधार पर यह पाया गया कि तेजाब फ्लिपकार्ट से खरीदा गया था, जिसे पुलिस ने नोटिस भी जारी किया है.


फ्लिपकार्ट करती है घटना की  कड़ी निंदा


फ्लिपकार्ट ने इस मामले में कहा कि वह दुर्भाग्यपूर्ण घटना की कड़ी निंदा करती है और हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़िता और उसके परिवार के साथ हैं. ई-रिटेलर ने एक बयान में कहा कि फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस उनकी बारीकी से निगरानी करता है और उन्हें हटाता है जो एक्सपेक्टेड स्टैंडर्ड का उल्लंघन करते हैं. कंपनी ने आगे कहा कि ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है जो अनसेफ, अवैध और प्रतिबंधित प्रॉडक्ट को बेचने में लगे हुए पाए जाते हैं. ई-रिटेलर ने बताया कि उस सेलर को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाता है, और हम उनकी जांच में अधिकारियों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. 


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