नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के बाद उमस से जरूर राहत मिली लेकिन जलभराव से कई इलाकों में हालात बिगड़ गए. कई इलाकों में भरा पानी भरने से जाम लग गया है. जलभराव से लोगों को और भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. बारिश के चलते आईटीओ, तिलक ब्रिज जैसे इलाकों में सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार दिखी. इसके साथ ही सुबह एनएच-24 पर लंबा जाम दिखा.
बता दें दिल्ली 18 साल बाद जुलाई महीने में इतनी बारिश हुई है, इससे पहले साल 2003 में जुलाई महीने में इससे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी. भारत मौसम विज्ञान विभाग के सफदरजंग स्टेशन ने जुलाई में कुल 380.9 मिमी वर्षा दर्ज की है, जो 2003 के बाद से महीने के लिए सबसे ज्यादा है. जुलाई 2003 में 632.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी.
आईएमडी ने अगले दो दिनों में तापमान में मामूली गिरावट की भविष्यवाणी की है, अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने की संभावना है. इसके साथ ही अगले सात दिन के मौसम की बात करें तो हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें जारी रहने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिकों ने सामान्य रूप से बादल छाए रहने के साथ ही मध्यम बारिश होने और शाम तक 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने, गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान व्यक्त किया है. वहीं, अधिकतम तापमान के 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
धौला कुआं, मथुरा रोड, मोती बाग, विकास मार्ग, रिंग रोड, रोहतक रोड, संगम विहार, किराड़ी और प्रगति मैदान के पास तथा कई अन्य स्थानों पर जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश के कारण सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी प्रभावित रहा. आईटीओ, मोती बाग मेट्रो स्टेशन के नीचे, धौला कुआं अंडरपास, प्रगति मैदान के पास, मथुरा रोड, विकास मार्ग, आईपी फ्लाईओवर के पास रिंग रोड, रोहतक रोड सहित कई स्थानों पर यातायात काफी धीमा रहा.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह भारी बारिश के बाद जलभराव के कारण साकेत मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए.
डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘ट्रेनें फिलहाल साकेत मेट्रो स्टेशन पर नहीं रुक रही हैं. जलभराव के कारण प्रवेश/निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं. इसके अलावा पूरी येलो लाइन पर सेवाएं सामान्य हैं.’’ येलो लाइन उत्तरी दिल्ली में समयपुर बादली को गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर से जोड़ती है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने आगमन की सामान्य तिथि से 16 दिन की देरी से, 13 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचा. आम तौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है. आठ जुलाई तक मानसून पूरे देश में छा जाता है. पिछले साल दिल्ली में मानसून 25 जून को पहुंचा था और 29 जून तक देशभर में छा गया था.