नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी में रहा और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण की मोटी चादर फैली रही. बुधवार रात को अधिकारियों द्वारा जारी निर्देश के अनुसार दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में स्कूल दो दिन के लिए बंद हैं. अत्यधिक वायु प्रदूषण को देखते हुए स्कूल बंद किए जाने का सुझाव पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) द्वारा दिया गया था. गुरुवार को बाल दिवस के मौके पर बच्चों को घरों के भीतर कैद रहना पड़ा.


बहुत सारे बच्चों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उनसे वायु प्रदूषण कम करने के उपाय करने का आग्रह किया. ईशान महंत नामक एक छात्र ने पत्र में लिखा, “मैं पहले फुटबाल खेलना पसंद करता था लेकिन अब केवल टीवी पर ही देख पाता हूं. मैं बाहर नहीं खेल सकता क्योंकि हवा बहुत जहरीली है.” एक दूसरे छात्र ने लिखा, “इस समय स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए हमें भारत सरकार और प्रभावित राज्य सरकारों से एक मजबूत निर्देश की आवश्यकता है. हमें विश्वास है कि हमारे प्रिय प्रधानमंत्री निश्चित ही इस पर एक मजबूत फैसला लेंगे.”


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शहर में एक्यूआई और खराब होकर दोपहर 2.30 बजे 463 रहा जो सुबह 9.30 बजे दर्ज किए गए सूचकांक से तीन बिंदु अधिक था. द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई 496 दर्ज किया गया. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और नेहरू नगर में एक्यूआई का स्तर 490 रहा. केवल आया नगर में स्थिति कुछ सुधरी हुई नजर आई जहाँ एक्यूआई 382 दर्ज किया गया. दिल्ली के आसपास के शहरों में भी वायु की गुणवत्ता कमोबेश उतनी ही खराब रही.


मौसम विभाग ने शुक्रवार से तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है जिससे वायु प्रदूषण कुछ कम होने का अनुमान है. बुधवार को ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कारक ईंधन पर चलने वाले उद्योगों, हॉट मिक्स प्लांट और पत्थर तोड़ने वाली मशीनों पर पाबंदी की मियाद 15 नवंबर तक बढ़ा दी थी.


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