नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और उसके आस पास के इलाकों में हवा की स्थिति बेहद खराब दर्ज की गई है. अगले दो दिनों कर इस जहरीली हवा से राहत नहीं मिलेगी. दिल्ली में हल्की बारिश के बाद प्रदूषक कणों के छंटने की प्रक्रिया मंद पड़ने और प्रदूषण के हालात बिगड़ने से वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के अनुसार शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 332 था, जो ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में आता है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘मध्यम श्रेणी’ में आता है, जबकि 201 से 300 के बीच यह 'खराब' और 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है. 401 से 500 के बीच होने पर वायु गुणवत्ता सूचकांक को 'गंभीर' माना जाता है.
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सीपीसीबी ने बताया कि दिल्ली के 26 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ जबकि छह इलाकों में यह ‘खराब’ दर्ज की गई. इसके अनुसार हवा में घुले पीएम 2.5 (2.5 माइक्रोमीटर से कम के व्यास वाले हवा में घुले सूक्ष्म कण) का स्तर 174 और पीएम 10 का स्तर 256 दर्ज किया गया.
सीपीसीबी के आंकड़े के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ जबकि गुरुग्राम में यह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) के अनुसार दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है.
सफर के अनुसार अगले दो दिनों तक वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रहने वाली है और इसके बाद इसमें सुधार शुरू होने की संभावना है.
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