नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हल्की बारिश के बाद गुरुवार को पहली बार प्रदूषण स्तर में थोड़ी गिरावट आयी एयर क्वालिटी ‘खराब’ श्रेणी में आ गयी जो एक दिन पहले ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में थी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार को एयर क्वालिटी सूचकांक (एक्यूआई) 213 दर्ज किया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है.


गुरुवार को दिल्ली में पीएम 2.5 (2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) का स्तर 95 और पीएम 10 (10 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) का स्तर 177 दर्ज किया गया. एयर क्वालिटी सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘सामान्य’, 201 से 300 के स्तर को ‘खराब’, 301 से 400 के स्तर को ‘‘बहुत खराब’’ और 401 से 500 के स्तर को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है.


दिल्ली की एयर क्वालिटी दिवाली के बाद ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणियों के बीच घटती-बढ़ती रही है. लेकिन मंगलवार को बारिश के बाद वायु की गुणवत्ता सुधरी, परंतु वह ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गयी.


इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटियोरोलॉजी के अनुसार पीएम 2.5 सांद्रता में अगले दो दिनों में सुधार आएगा. उसने कहा, ‘‘ दिल्ली-एनसीआर में अगले दो दिन में एयर क्वालिटी सुधरने की संभावना है लेकिन वह ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ के बीच रहेगी. उत्तरी पश्चिम भारत में बायोमास के जलाने का प्रभाव दिल्ली में आंशिक है. ’’