नई दिल्ली: दिल्ली की एयर क्वालिटी आठ महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. मंगलवार को एयर क्वालिटी खराब श्रेणी में दर्ज की गई. हालांकि कल के मुकाबले आज एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में बेहतर हुआ है. लेकिन वाज़ीरपुर की हवा बाकी इलाकों के मुकाबले सबसे खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. यहां आज सुबह 6 बजे तक AQI 330 था. वहीं, लोधी रोड पर AQI 175 (मध्यम) था.


दिल्ली के बाकी इलाकों का हाल




  • आनंद विहार- 277

  • रोहिणी- 312

  • आरके पुरम- 280

  • आईटीओ- 321

  • ओखला- 274

  • सोनिया विहार- 310

  • द्वारका- 302


एक्यूआई को कैसे मापा जाता है?


बता दें कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.


पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की दिल्ली के लिए एयर क्वालिटी प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के नजदीकी क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि भी देखी गई है लेकिन इसका राजधानी में एयर क्वालिटी पर प्रभाव कम था. दिल्ली में मंगलवार को एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया और यह 306 दर्ज था. पिछली बार इस तरह के खराब स्तर पर एयर क्वालिटी गत 12 फरवरी को पहुंची थी जब एक्यूआई 320 दर्ज किया गया था. सोमवार को यह 261, रविवार को 216 और शनिवार को 221 था.


भारतीय मौसम विभाग में वरिष्ठ वैज्ञानिक वी के सोनी ने कहा कि वायु गुणवत्ता में गिरावट के लिए हवा की कम गति को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जिसके कारण प्रदूषक जमा हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि 'वेंटिलेशन इंडेक्स’ में थोड़ा सुधार हुआ है और एक्यूआई में बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नहीं है.


‘वेंटिलेशन इंडेक्स’ क्या होता है?


‘वेंटिलेशन इंडेक्स’ वह गति है जिस पर प्रदूषक तितर-बितर हो सकते हैं. औसतन 10 किमी प्रति घंटे से कम हवा की गति के साथ 6,000 वर्गमीटर प्रति सेकंड से कम वेंटिलेशन सूचकांक, प्रदूषकों के फैलने के लिए प्रतिकूल है.


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