नई दिल्ली: हवा की धीमी गति जैसी प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण बृहस्पतिवार को दिल्ली की एयर क्वालिटी ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में बनी रही जबकि सात क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 355 दर्ज किया.
आपको बता दें कि एक्यूआई सूचकांक 201 से 300 के बीच में ‘खराब’, 301 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 500 से ऊपर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. सीपीसीबी के अनुसार सात इलाकों - आनंद विहार, अशोक विहार, मुंडका, नेहरू नगर, रोहिणी, विवेक विहार और वजीरपुर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई. वायु गुणवत्ता 21 क्षेत्रों में ‘बहुत खराब’ और तीन इलाकों में ‘खराब’ रही.
बोर्ड ने कहा कि पीएम 2।5 का स्तर 213 और पीएम 10 का स्तर 397 रहा. सीपीसीबी डेटा के अनुसार, एनसीआर में, गाजियाबाद में सबसे खराब वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई जहां एक्यूआई 409 रहा. वहीं फरीदाबाद और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही.
केन्द्र द्वारा संचालित ‘वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली’ (सफर) ने कहा कि दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. साथ ही संस्थान ने कहा कि अगले तीन दिनों तक भी थोड़े बहुत उतार-चढ़ाव के साथ हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में रहेगी. उसने कहा कि मौसमी परिस्थितियां सुधर रही हैं लेकिन पूरी तरह अनुकूल नहीं है.
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (आईआईटीएम) के मुताबिक अधिकतम वेंटिलेशन सूचकांक बृहस्पतिवार को प्रति सेकेंड करीब 7,500 वर्ग मीटर रहा. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक कार्यबल ने दिल्ली एनसीआर में ज्यादा प्रदूषण वाले 21 स्थलों की पहचान की है और संबंधित निकाय संस्थाओं को ‘‘केन्द्रित कार्रवाई’’ करने का निर्देश दिया.