Delhi IGI Airport Crowd: दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इस एयरपोर्ट पर भारी भीड़ सभी न्यूज चैनल्स की हेडलाइन बन गई. कुछ दिनों से ओवर क्राउड की वजह से एयरपोर्ट पर हर तरह के ऑपरेशन में रुकावट देखने को मिली. हालांकि, अब काफी ऊंचे स्तर पर इसे मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय लगातार इस पर काम कर रहा है.


दिल्ली एयरपोर्ट पर हो रही भयंकर भीड़ ने इसकी रेटिंग गिरा दी. भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को यात्रियों के लिए खराब सेवाएं देने के लिए नोटिस जारी कर दिया है. इतना ही नहीं, वो इसके लिए एयरपोर्ट पर जुर्माना भी लगा सकता है. पिछले दिनों इतना कुछ घट गया, जो आज सुर्खियां बन गईं. पहले तो ये जान लेते हैं कि इतना क्राउड होता क्यों है?


दिल्ली एयरपोर्ट की क्षमता कितनी?


हिंदुस्तान वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पर हर महीने 5.8 करोड़ लोग यात्रा कर सकते हैं. फिलहाल ये एयरपोर्ट अपनी क्षमता का 95 प्रतिशत इस्तेमाल कर रहा है. कहा जा सकता है कि इस एयरपोर्ट से हर महीने लगभग 5.5 करोड़ लोग यात्रा कर रहे हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई भी एयरपोर्ट अपनी क्षमता का 80 प्रतिशत इस्तेमाल करता है तो उस एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखने को मिलेगी. ऐसे में जरूरी है कि दिल्ली के एयरपोर्ट की क्षमता को बढ़ाया जाए.


सुविधाओं की कमी


एक तरफ जहां एयरपोर्ट अपनी क्षमता का 95 प्रतिशत इस्तेमाल कर रहा है तो वहीं, इसकी बुनियादी सुविधाओं में भी कमी देखने को मिली. एयरपोर्ट पर जब भीड़ बढ़ी और शिकायतों का अंबार लगा तो सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरपोर्ट का दौरा किया और एयरपोर्ट पर 4 अतिरिक्त एक्सरे मशीनें लगवाईं. शिकायत थी कि एयरपोर्ट पर एक्सरे मशीन बहुत धीरे काम कर रही हैं, जिसकी वजह से सामान की जांच करने में काफी समय लगता है.


इसके अलावा, लोगों ने ये भी शिकायत की है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षाबलों की कमी के कारण जांच होने में भी देरी हो रही है. इसको लेकर मंत्रालय ने जानकारी दी है कि सीआईएसएफ के अधिक जवानों की तैनाती की जा रही है.


क्या कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने?


केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को बताया कि अब एयरपोर्ट पर ओवरक्राउंडिंग को मैनेज करने के लिए काफी कदम उठाए गए हैं. पिछले 24-36 घंटों में, सभी एजेंसियां ​​सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर हर चेकपॉइंट पर भीड़ को कम करने के लिए कार्रवाई में लगा दी गई हैं. टर्मिनल 3 के एंट्री पॉइंट्स और चेक-इन काउंटरों पर भीड़ कम हो गई है. सिक्योरिटी होल्ड एरिया में 4 एक्स्ट्रा एक्स-रे मशीनें जोड़ी गई हैं, वेटिंग टाइम दिखाने वाले डिस्प्ले बोर्ड लग गए हैं. सीआईएसएफ की तैनाती पहले ही शुरू हो चुकी है और अगले कुछ दिनों में इस और बढ़ाया जाएगा.


एयरपोर्ट की गिरी रेटिंग


दिल्ली हवाईअड्डे के बारे में यात्रियों की बढ़ती शिकायतों को ध्यान में रखते हुए, लोकल सर्कल्स ने एक सर्वेक्षण किया है. इसमें यात्रियों से उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए कहा गया है जहां उन्हें इस साल समस्याओं का सामना करना पड़ा है. सर्वेक्षण में भारत के 172 जिलों में रहने वाले 10,000 से अधिक यात्रियों से इनपुट प्राप्त हुए, जिन्होंने इस वर्ष दिल्ली हवाई अड्डे का अनुभव किया. जवाब देने वालों में 66 प्रतिशत पुरुष थे जबकि 34 प्रतिशत महिलाएं थीं. वहीं 49 प्रतिशत टियर 1 से, 36 प्रतिशत टियर 2 से और 15 प्रतिशत टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे.


क्या पूछा गया यात्रियों से?


यात्रियों से पूछा गया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर सबसे ज्यादा खराब प्रबंधन के रूप में आपको कौन सा एरिया लगता है. इस सवाल पर 10,870 यात्रियों ने अपने जवाब दिए. उनमें से 38 प्रतिशत ने बताया कि टैक्सी, पिकअप और पार्किंग मैनेजमेंट सबसे ज्यादा खराब है, जबकि 38 प्रतिशत ने इंटर टर्मिनल कनेक्टिविटी की भी समस्या को खराब प्रबंधन के रूप में बताया. तीसरे नंबर पर 31 प्रतिशत ने सिक्योरिटी क्लियरेंस में लगने वाली देरी को खराब मैनेजमेंट वाला एरिया को बताया.


सर्वे में बताई अपनी समस्या


सर्वे में शामिल 27 प्रतिशत लोगों ने स्लो बैगेज क्लेम की पहचान एक ऐसे क्षेत्र के रूप में की जहां उन्हें ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा. टर्मिनल 1 और 2 दोनों पर बैगेज ऑपरेशन पर भी लोगों ने नाराजगी व्यक्त की. वहीं 16 प्रतिशत लोगों ने हवाई अड्डे पर चेक-इन और 16 प्रतिशत ने शौचालयों की स्थिति को खराब बताया.


इसी तरह 9 प्रतिशत लोगों ने इमिग्रेशन प्रोसेस और 7 प्रतिशत ने भोजन-शॉपिंग को खराब अनुभव बताया. सर्वे में 13 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें हवाई अड्डे से बाहर ज्यादा दिक्कत हुई. वहीं, साल 2021 में हुए इसी सर्वे में केवल 15 प्रतिशत लोगों ने अपने अनुभव को खराब बताया था.


एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जारी किया नोटिस


इकॉनोमिक टाइम्स के मुताबिक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (डीआईएएल) को खराब यात्री सेवाएं प्रदान करने के लिए नोटिस जारी किया है और वह इसके लिए एयरपोर्ट ऑपरेटर पर जुर्माना भी लगा सकता है.


हवाईअड्डा नियामक निकाय 2006 के निजीकरण समझौते के तहत अपने अधिकारों के माध्यम से निजी क्षेत्र के हवाईअड्डे पर जुर्माना लगाने की भी संभावना है.


यदि निजी ऑपरेटर एक स्तर पर सेवाओं के मानकों का पालन करने में सक्षम नहीं हैं तो सरकारी निकाय हस्तक्षेप कर सकता है. दिल्ली हवाई अड्डे पर संचालन करने वाली फर्म, DIAL को सेवा की स्थिति और गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए किए गए उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा गया है.


ये भी पढ़ें: Delhi Airport Chaos: संसदीय समिति ने DIAL के CEO को किया तलब, दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ का है मामला