नई दिल्ली: दिल्ली में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की पहली यात्रा 12 जुलाई को रवाना होगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. दिल्ली सरकार ने 9 जनवरी, 2018 को मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत शुरू की थी. मुख्यमंत्री 4 जुलाई को दिल्ली सचिवालय में यात्रियों से मिलेंगे.


मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत पहली दो यात्रा की घोषणा करते हुए दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि सरकार को दो यात्रायों पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. दिल्ली-अमृतसर-वाघा बॉर्डर-आनंदपुर साहिब कॉरिडोर की पहली यात्रा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 12 जुलाई को सफदरजंग स्टेशन से रवाना करेंगे. दिल्ली-वैष्णो देवी-जम्मू की यात्रा 20 से 24 जुलाई तक होगी.


गौरतलब है कि इस योजना में पांच तीर्थ यात्राएं शामिल हैं.


1. दिल्ली-मथुरा-वृंदावन-आगरा-फतेहपुर सीकरी
2. दिल्ली-हरिद्वार-ऋषिकेश-नीलकंठ
3. दिल्ली-अजमेर-पुष्कर
4. दिल्ली-अमृतसर-वाघा बॉर्डर-आनंदपुर साहिब
5. दिल्ली-वैष्णो देवी-जम्मू


गहलोत के मुताबिक मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत, सरकार सभी यात्रियों के लिए पूरा खर्च वहन करेगी, जिसमें वातानुकूलित ट्रेन यात्रा, आवास, भोजन, बोर्डिंग और ठहरने और अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं. 21 साल से अधिक आयु का एक अटेंडेंट हर बुज़ुर्ग के साथ जा सकता है.


12 जुलाई को यात्रा की रवानगी से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कल 4 जुलाई को दिल्ली सचिवालय में सभी यत्रियों से मुलाकात करेंगे और इस योजना पर उनके सुझाव और विचार लेंगे. दिल्ली सरकार का कहना है कि ये योजना शहर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अवसर है, जिन्हें अभी तक धार्मिक यात्रा पर जाने का अवसर नहीं मिला है. हालांकि, एक व्यक्ति केवल एक बार इस योजना का लाभ उठा सकता है. इसके साथ ही सरकार तिरुपति बालाजी, रामेश्वरम और शिरडी के लिए अनुरोध और सुझाव मिलने के बाद इसका विस्तार करने की योजना बना रही है. राजस्व मंत्री का दावा है कि ऐसा पहली बार है जब दिल्ली सरकार इस तरह की तीर्थयात्रा योजना को लागू कर रही है.


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