Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में गर्माहट बनी हुई है. वहीं चुनाव की तैयारियों के बीच समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार (15 जनवरी, 2025) को कहा कि वह दिल्ली में कांग्रेस की जगह आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन कर रही हैं. इसके पीछे कारण ये है कि दिल्ली में भाजपा को हराने के लिए आम आदमी पार्टी मजबूत स्थिति में हैं. 


‘क्योंकि मजबूत है AAP’


वहीं इंडिया गठबंधन की एकता को लेकर अखिलेश यादव ने कहा, “ब्लॉक के बीच एकता बरकरार है. मुझे याद है कि जब गठबंधन बन रहा था, उस दौरान नीतीश कुमार ने हमारी पार्टी के साथ सभी नेताओं के साथ बात की थी. उस दौरान उन्होंने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियों को मजबूत करना चाहिए, जहां वे मजबूत हों. दिल्ली में AAP मजबूत है इसलिए हम दिल्ली में उनका समर्थन कर रहे हैं.  


AAP को समर्थन करने के फैसले पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन का मूल सिद्धांत है कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत करना, जहां वे भाजपा से लड़ने के लिए मजबूत स्थिति में हैं. अखिलेश यादव बोले, “हमें उस पार्टी का समर्थन करना चाहिए, जो मजबूत हो और भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में हो. दिल्ली में AAP और कांग्रेस एक दूसरे के आमने सामने है. मेरी सलाह यह है कि AAP मजबूत है इसलिए हम सभी को उसका साथ देना चाहिए. अंत में हमारा उद्देश्य भाजपा को हराना ही है. चाहे वो सपा हो, कांग्रेस हो या AAP हो.


BJP पर साधा निशाना


दिल्ली में खत्म हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े घोटाले को लेकर केजरीवाल के खिलाफ गृह मंत्रालय की कार्रवाई को भाजपा की राजनीतिक मंशा बताया. वह बोले, “भाजपा जहां भी सत्ता में होती है, तानाशाही तरीके से शासन करती है.


गठबंधन एकता पर उठने लगे सवाल


इंडिया गठबंधन में TMC और सपा की ओर से दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP का समर्थन करने पर इंडिया ब्लॉक के भीतर गठबंधन एकता पर सवाल उठने लगे हैं. इसके कई उदाहरण देखने को मिल रहे हैं, जैसे मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के चुनावों में अकेले लड़ने का फैसला किया है. वहीं इसको लेकर तेजस्वी यादव और शरद पवार ने कहा था कि गठबंधन गठबंधन केवल राष्ट्रीय चुनाव लड़ने के लिए है.


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