नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में 11 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता अपने मतदान केन्द्रों में स्मार्टफोन ले जा सकेंगे ताकि अगर वे किसी भी कारण से मतदान पर्ची नहीं ला सके हों तो वे वोटर हेल्पलाइन से क्यूआर कोड स्कैन कर सकें.अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. दिल्ली में 70 विधानसभाएं हैं और सभी 11 जिलों में एक विधानसभा क्षेत्र में यह तकनीकी सुविधा मौजूद रहेगी.


दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रनबीर सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘इन 11 विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में जो मतदाता मतदाता पर्ची नहीं लाए होंगे लेकिन उनके पास फोन है तो वे वोटर हेल्पलाइन से क्यूआर कोड डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें मतदान कक्ष में भेजने से पहले उसे स्कैन किया जा सकता है.’’


बता दें कि लोकसभा चुनाव की तरह दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी ईवीएम पर प्रत्याशियों की फोटो लगी होगी. ईवीएम की आवाजाही पर नजर रखने के लिए आयोग जीपीएस की भी मदद लेगा. यहां निर्वाचन सदन में सोमवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम घोषणा के दौरान यह सूचना दी गई. मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में सभी 70 सीटों पर एक ही चरण में आठ फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को मतगणना होगी और नतीजे आएंगे.


आयोग ने कहा कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराया जाएगा. आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम और वीपीपैट के शुरू से लेकर आखिर तक के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को निर्देश जारी हुए हैं. लोकेशन जानने के लिए ईवीएम ले जाने वाले सेक्टर अफसरों के वाहन में जीपीएस लगा रहेगा.


मतदाताओं की सुविधा के लिए ईवीएम पर प्रत्याशियों की फोटो लगी रहेगी. पोस्टल बैलेट पेपर्स पर भी उम्मीदवारों की फोटो छपेगी. आयोग का मानना है कि इससे एक ही नाम के दो या दो से अधिक उम्मीदवारों के उतरने से मतदाताओं को किसी तरह का संशय नहीं होगा. इसके लिए उम्मीदवारों को रिटर्निग अफसर को अपनी ताजातरीन तस्वीर उपलब्ध करानी होगी.


बनाए जाएंगे 13750 पोलिंग स्टेशन, 90 हजार कर्मचारी रहेंगे तैनात


13750 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. 2689 जगहों पर वोटिंग होगी. 90 हजार कर्मचारी चुनाव में तैनात किए जाएंगे. बुजुर्ग भी पोस्टल बैलेट से वोट दे पाएंगे. उन्हें पांच दिन पहले ही पर्चा भरना पड़ेगा. चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है. अब सरकार किसी भी योजना का एलान नहीं कर पाएगी.


22 फरवरी को खत्म हो रहा है दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 फरवरी को खत्म हो रहा है. 14 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. 21 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख होगी. नामांकन की स्क्रूटनी की आखिरी तारीख 22 जनवरी होगी. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 जनवरी है.


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