Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. सवाल उठ रहा है कि क्या आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो सकता है? सूत्रों के अनुसार यदि आप कांग्रेस को सम्मानजनक संख्या में सीटें देने पर सहमत होती है तो सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू हो सकती है.
राहुल गांधी ने किया कार्यक्रम रद्द
मंगलवार (10 दिसंबर) देर शाम दिल्ली चुनाव को लेकर दो अहम घटनाएं सामने आई. बुधवार को प्रस्तावित राहुल गांधी का पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन आखिरी समय पर रद्द कर दिया गया. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने शरद पवार के घर मुलाकात की.
ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया पर हुई बातचीत
बैठक में ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा हुई, लेकिन इसे केवल संयोग मानना मुश्किल है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी का कार्यक्रम रद्द होना और केजरीवाल की कांग्रेस नेताओं से मुलाकात गठबंधन की दिशा में बढ़ते कदम हो सकते हैं.
कांग्रेस के लिए गठबंधन क्यों जरूरी?
दिल्ली में बीते तीन लोकसभा और दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा है. कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन बीजेपी ने सभी सात सीटें जीत लीं. अब कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में गठबंधन के जरिए क़रीब 15 सीटें मिलने की उम्मीद है.
दिल्ली कांग्रेस के नेताओं ने भी गठबंधन का समर्थन किया है. हालांकि अभी तक दोनों दल सार्वजनिक रूप से गठबंधन की बात को खारिज कर चुके हैं, लेकिन राजनीति संभावनाओं का खेल है और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सुगबुगाहट किसी ठोस फैसले में बदलती है या नहीं.
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