Heat Wave In Delhi: दिल्ली में बढ़ते तापमान को लेकर कैंब्रिज युनिवर्सिटी में एक रिसर्च की गई है जोकि दिल्ली में बढ़ते तापमान को लेकर गंभीर चेतावनी देती नजर आ रही है. इस रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली में बढ़ता हुआ तापमान खतरे के निशान पर है जोकि खतरनाक है. 


जलवायु परिवर्तन पर यह रिसर्च दिल्ली सरकार की उस रिपोर्ट के आधार पर किया गया है जो नई मूल्यांकन के आधार पर यह शोध किया गया है. जलवायु परिवर्तन पर यह रिसर्च दिल्ली सरकार की उस रिपोर्ट के आधार पर किया गया है जो नई मूल्यांकन के आधार पर यह शोध किया गया है.


इस रिसर्च रिपोर्ट में पता चला है कि मध्य, पूर्व, पश्चिम और उत्तर-पूर्व जिलों में हाई इंटेंसिटेटी वाली विकास परियोजनाएं हीट इंडेक्स को और बढ़ा सकती हैं. जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्य योजना विभाग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, इससे लोगों के जन-जीवन पर खतरनाक असर पड़ेगा. 


कैसा है दिल्ली का मौसम?
आईएमडी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार (21 अप्रैल) को अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने शनिवार (22  अप्रैल) के लिए कहा था कि आंशिक रूप से बादल छाए रहने और तापमान क्रमश: 37 डिग्री सेल्सियस और 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया है.


मौसम विभाग के हल्की बारिश के पूर्वानुमान के बावजूद शुक्रवार को शहर में शाम साढ़े छह बजे तक बारिश नहीं हुई. इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई थी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 129 यानी ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया गया.


गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है. 


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