नई दिल्ली: दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाना में पुलिस कस्टडी में मौत का मामला सामने आया है. मरने वाले का नाम धर्मवीर था जो पेशे से ऑटो चालक था. पीड़ित परिवार का दावा है कि धर्मवीर को शनिवार सुबह 10 बजे नजफगढ़ स्थित उसके घर से 2 पुलिसकर्मी बुलाकर ले गए थे. पुलिस का कहना था कि धर्मवीर का ऑटो एक अपराध में लिप्त पाया गया है. इसी की पूछताछ के लिए उसे ले जाया जा रहा है.
परिवार का दावा है कि शनिवार को सिर्फ एक बार फोन पर धर्मवीर से उनकी बात हुई थी. उसके बाद शनिवार-रविवार की आधी रात लगभग 1 बजे धर्मवीर का फोन अपने परिवार के पास जाता है, जो कहता है कि पुलिस उसके छोड़ने की एवज में ₹50 हजार की मांग कर रही है. उसी के चंद घंटों बाद पुलिस की तरफ से पीड़ित परिवार के पास फोन जाता है कि धर्मवीर ने पहली मंजिल से नीचे छलांग लगा दी है. उसे चोट लगी है उसे अस्पताल ले जा रहे हैं. 4:30 बजे परिवार एम्स अस्पताल पहुंचता है तो मालूम होता है कि धर्मवीर की मौत हो गई है. फिलहाल इस पूरे मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
मजिस्ट्रेट के माध्यम से इसकी जांच कराई जा रही है. पुलिस ने एएसआई विजय कुमार को निलंबित कर दिया है साथ ही दो सिपाही जो धर्मवीर को उसके घर से पूछताछ के लिए गए थे, उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है. इस मामले में विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. धर्मवीर के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किया जाएगा.
धर्मवीर के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की बर्बरता की वजह से धर्मवीर की मौत हुई है और पुलिस अपने गुनाह को छुपाने के लिए इसे हादसे का रूप दे रही है. यह दावा कर रही है कि धर्मवीर ने पहली मंजिल से छलांग लगाई है, जबकि धर्मवीर का मकसद भागना ही रहता तो वह खुद पुलिस के साथ थाने तक क्यों जाता? खुद पुलिस की मदद क्यों करता?
धर्मवीर के परिवार का कहना है कि धर्मवीर की हत्या की गई है. इसमें आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए. पुलिस विभाग आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास कर रहा है.
बेटी की अगले महीने होनी है शादी
धर्मवीर अपने परिवार के साथ नजफगढ़ इलाके में रहता था. वह लगभग 25 सालों से ऑटो चला रहा था. फिलहाल उसके पास दो ऑटो थे ,जिसमें से एक बेटे के नाम पर था. वह ऑटो किराए पर भी चलवा रहा था. धर्मवीर के परिवार में दो बेटे, पत्नी और एक बेटी है. परिवार का कहना है कि अगले ही महीने बेटी की शादी होने वाली है. पूरा परिवार इन दिनों शादी की तैयारी में जुटा हुआ था, लेकिन पुलिस की इस बर्बरता की वजह से परिवार का मुखिया ही इस दुनिया से चला गया.
क्या है पुलिस का दावा?
धर्मवीर की मौत को लेकर जहां परिवार वाले सीधे-सीधे पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. साथ ही पुलिस पर रिश्वत मांगने का आरोप भी लगा रहे हैं. वहीं इस पूरे मामले पर दिल्ली पुलिस की थ्योरी बिल्कुल अलग है. साउथ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी अतुल ठाकुर ने लिखित बयान जारी करते हुए इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए यह बताया है कि 22 अक्टूबर को लोधी कॉलोनी थाना इलाके से एक कार चोरी हुई थी.
इस मामले के जांच अधिकारी एएसआई विजय कुमार थे. जांच में जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पुलिस को एक ऑटो नजर आया. जिसमें से कुछ लोग नीचे उतरे और फिर कार को चोरी कर कर फरार हो गए. जब ऑटो नंबर की तलाश की गई तो यह ऑटो धर्मवीर का निकला, जो धर्मवीर के बेटे के नाम पर रजिस्टर्ड है. इस सिलसिले में शनिवार को धर्मवीर के घर पर पुलिस पहुंची थी और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
धर्मवीर की पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली कि उसने ऑटो किराए पर दे रखा था. इसके बाद पुलिस ने 2 लोगों सतीश और घेवर राम को गिरफ्तार किया. जिसमें से सतीश धर्मवीर का ऑटो किराये पर चला रहा था. धर्मवीर की इस अपराध में भूमिका है या नहीं? इस चीज की जांच की जा रही थी.
शनिवार-रविवार की दरमियानी रात लगभग 2:45 बजे एएसआई विजय कुमार लोधी कॉलोनी थाने में फर्स्ट फ्लोर पर स्थित अपने कमरे से बाथरूम में जाते हैं. उस समय धर्मवीर उनके कमरे में होता है. जब विजय कुमार बाथरूम से वापस कमरे में लौटते हैं, तो धर्मवीर कमरे से नदारद होता है. उसे खोजते हैं तो थाना परिसर के अंदर बीचों-बीच बने बरामदे में धर्मवीर पड़ा होता है. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है, जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो जाती है. धर्मवीर के परिजनों को इसकी जानकारी दी जाती है. पुलिस यह दावा कर रही है कि धर्मवीर ने थाने की पहली मंजिल से छलांग लगाई है और इस वजह से उसके चोट आई और उसकी मौत हो गई.
डीसीपी अतुल ठाकुर ने यह जानकारी दी कि इस मामले में एएसआई विजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. दो सिपाही जो धर्मवीर को घर से बुलाकर लाए थे, उन्हें भी लाइन हाजिर कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. धर्मवीर की मौत की जानकारी चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को भी दे दी गई है और इस पूरे मामले की जांच मजिस्ट्रेट के माध्यम से कराई जा रही है. जांच में जो भी निष्कर्ष निकलकर आता है, उसके अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.
Drugs Case: NCB की छापेमारी में रंगे हाथों पड़की गई टीवी एक्ट्रेस, ड्रग्स पैडलर्स के साथ गिरफ्तार