नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस से पहले आतंकी खतरे को देखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने दिल्ली की सीमा से सटे नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, गुरुग्राम और ग़ाज़ियाबाद के पुलिस कमिश्नर के साथ दिल्ली पुलिस हेड क्वार्टर में मीटिंग की. इस मीटिंग में 9 राज्यों के पुलिस अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. दिल्ली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गणतंत्र दिवस से पहले ये मीटिंग बेहद महत्वपूर्ण थी और इसमें सभी राज्यों ने इंटेलीजेंस और आतंकियों से जुड़े अहम इनपुट साझा किए. इस मीटिंग में एन्टी सोशल एलिमेंट के दिल्ली एनसीआर में छिपे होने के इनपुट शेयर किये गए. जिनको पकड़ने के लिए किरायेदारों के वेरिफिकेशन और बॉर्डर चेकिंग करने पर जोर दिया गया.


किसानों का आंदोलन भी इस हाई लेवल मीटिंग का था अहम हिस्सा


दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस मीटिंग में दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे आंदोलनकारी किसानों को लेकर भी चर्चा हुई. साथ ही किसान आंदोलन को लेकर एंटी सोशल एलिमेंट्स से जुड़े इंटेलिजेंस इनपुट आपस में शेयर किए गए.दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस को इस बात की आशंका बनी हुई है कि असामाजिक तत्व भोले भाले किसानों के बीच मौजूद रहकर किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. जिससे 26 जनवरी से पहले लॉ एंड आर्डर मि स्थिति खराब हो सके.


दिल्ली के सभी बॉर्डर पर बैठे किसान लगभग लगभग पड़ोसी राज्यों की सीमा के अंदर ही है. इसलिए इस मीटिंग में इन अधिकारियों द्वारा साझा जानकारी दिल्ली पुलिस को आगे की रणनीति बनाने के लिए बेहद हम साबित हो रही है.


आतंकियों से निपटने के लिए साइबर कैफ़े, गेस्ट हाउस, ओल्ड कार डीलर पर नज़र रखने की हिदायत


दिल्ली पुलिस की इस इंटरेस्टेड कोआर्डिनेशन मीटिंग में उन सभी साइबर कैफे, होटल, गेस्ट हाउस पर नजर रखने की हिदायत दी गई जहां पर आतंकी छिप सकते हैं. दिल्ली पुलिस के लिए इस बार गणतंत्र दिवस की तैयारियां दोहरी चुनौती बना हुआ है क्योंकि जहां एक तरफ आतंकी खतरा तो मंडरा ही रहा है साथ ही बॉर्डर पर बैठे किसान भी पुलिस के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं.


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