नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के इस्तीफे को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. आज मनोज तिवारी को लेकर सूत्रों ने दावा किया कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व के सामने इस्तीफे की पेशकश की लेकिन उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा गया है.
इसके बाद मनोज तिवारी ने सफाई दी. उन्होंने कहा, ''न तो मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और न ही मैंने इस्तीफे की पेशकश की है.''
इससे पहले मंगलवार को विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद मनोज तिवारी से जब पूछा गया था कि क्या वह बीजेपी को मिली हार के बाद इस्तीफा देंगे, तिवारी ने कहा, “यह पार्टी का अंदरूनी मामला है. अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं आपको इसकी सूचना दूंगा.”
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है और तिवारी अध्यक्ष पद पर यह अवधि पूरी कर चुके हैं और उनका कार्यकाल विस्तारित कर दिया गया था. सूत्रों ने बताया कि जल्द ही नए अध्यक्ष का चुनाव होगा.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि तिवारी की जगह किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है और उन्हें केंद्र सरकार या पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी दी जा सकती है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कुल 70 सीटों में से आठ सीट पर जीत मिली है. इन आठ सीटों में से तीन मनोज तिवारी की लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आती हैं.