Delhi News: दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा और बीजेपी अनुसूचित जाति की इकाई की ओर से आज (12 मई) सीएम आवास के बाहर बड़ा प्रदर्शन किया गया. दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने 'दिल्ली में दलित महिला के साथ गैंगरेप और हत्या के विरोध में मुख्यमंत्री निवास पर विशाल प्रदर्शन' इस टैगलाइन के साथ किया. पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा, परिवार के 1 बच्चे को नौकरी की मांग के साथ केजरीवाल के इस्तीफे को लेकर बीजेपी ने प्रदर्शन किया. 


इस प्रदर्शन में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी विधायक रामवीर बिधूड़ी ने कहा कि हजारों की संख्या में कार्यकर्ता दिल्ली के सीएम का त्यागपत्र मांगने के लिए एकत्रित हुए हैं. हम मांग कर रहे हैं कि दिल्ली के सीएम पीड़ित परिवार को 1 करोड़ की सहायता दें और परिवार के 1 बच्चे को सरकारी नौकरी दी जाए. जिससे परिवार का गुजारा ठीक तरह से हो सके. इसके अलावा बिधूड़ी ने कहा कि आरोपी आम आदमी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता को फांसी पर लटकाया जाए. बिधूड़ी ने केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सहायता नहीं दी गई तो ये आंदोलन तेज होगा और दिल्ली के गली गली में होगा. 


वरिष्ठ नेताओं से मिल रहा है संरक्षण


बीजेपी विधायक बिधूड़ी ने दलित महिला के साथ हुई घटना के बारे में बताया कि 1 मई को जीबी पंत के परिसर में दलित बेटी के साथ बलात्कार और प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी जाती है. 7 मई को दलित बेटी की मौत हो जाती है. बीते 17 साल से ये दलित बेटी दिल्ली सरकार के इस हॉस्पिटल में नौकरी कर रही थी. इनके पति की 1 साल पहले कैंसर से मृत्यु हो गई. दलित बेटी के 5 बच्चे हैं.


बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल हों या उनके हेल्थ मिनिस्टर, उन्होंने ये जरूरी नहीं समझा कि उनके अस्पताल में इतनी बड़ी घटना घट गई, लेकिन ये दोनों नहीं गए. 13  दिनों में एक बार भी नहीं गए, क्योंकि अगर वो जाएंगे तो विरोध होगा. बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि इस मामले में मुख्य अभियुक्त शाकिर खान आम आदमी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता और उसे वरिष्ठ नेताओं से संरक्षण मिल रहा है. 


कहानी पर डाला गया है पर्दा


प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के कार्यकर्ताओं को दिल्ली सीएम के आवास से दूर ही बैरिकेड लगाकर को रोक दिया गया. इस प्रदर्शन में शामिल हुई दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने एबीपी न्यूज से बात की. महिला मोर्चा दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष प्रियल भारद्वाज ने कहा कि इस घटना की कहानी पर पर्दा डाला गया है. 


 घर-घर और चौराहों तक चलेगा  प्रदर्शन


भारद्वाज ने कहा कि स्वाति मालीवाल ड्रामा कर सकती हैं, पर एक बार भी घर नहीं जा पाईं. ये महिला की मांग है कि उसके बच्चे का क्या होगा? ये सोचकर शरीर कांप जाता है. 1 करोड़ का मुआवजा दिया जाना चाहिए. बीजेपी महिला मोर्चा की दीपिका जैन ने कहा कि एक सीएम को ये शोभा नहीं देता. अगर दिल्ली में प्रजा दुखी है तो उसे जानना चाहिए. इस घटना पर वो उस दलित महिला के घर नहीं आए ये सोचने वाली बात है. महिला मोर्चा की सदस्य रेणु  ने कहा कि इस तरह की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है, हर कोने पर हो रही हैं. ये आघात महिलाओं के ऊपर हुआ है. ये प्रदर्शन घर-घर चौराहों तक चलेगा. 


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